(mohsina bano)
उदयपुर। मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा की सुशासन की मंशा को धरातल पर उतारते हुए उदयपुर जिला प्रशासन अंतिम पंक्ति के व्यक्ति तक पहुंच रहा है। इसी क्रम में बुधवार को जिला कलक्टर नमित मेहता ने सायरा पंचायत समिति के सुदूरवर्ती गांव सिंघाड़ा में रात्रि चौपाल आयोजित कर ग्रामीणों की समस्याएं सुनीं और मौके पर ही अनेक समस्याओं का समाधान किया।
जिला मुख्यालय से करीब 75 किलोमीटर दूर स्थित ग्राम पंचायत मुख्यालय सिंघाड़ा में जिला कलक्टर नमित मेहता ने ग्रामीणों के साथ जाजम पर बैठकर संवाद किया। ग्रामीणों ने पहली बार इतने बड़े स्तर के अधिकारियों को अपने बीच पाकर खुलकर अपनी समस्याएं साझा कीं। इस दौरान एसडीएम शुभम भैसारे, सायरा तहसीलदार सुरेश मेहता, विकास अधिकारी महीपसिंह सहित अनेक विभागों के जिला व उपखंड स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे।
मुख्य परिवेदनाएं और समाधान
ग्रामीणों ने पेयजल संकट की शिकायत की जिस पर पीएचईडी अधिकारियों को तुरंत कार्रवाई के निर्देश दिए गए। स्कूल में खेल मैदान के लिए भूमि आवंटन की मांग पर वन विभाग को जनहित में पट्टा देने को कहा गया। सीसी सड़क निर्माण हेतु डीएमएफटी के तहत प्रस्ताव तैयार करने और गांव में उप स्वास्थ्य केंद्र के लिए चिकित्सा विभाग को प्रस्ताव भेजने के निर्देश भी दिए गए।
जल जीवन मिशन पर विशेष जोर
कलक्टर ने जल जीवन मिशन के कार्यों की समीक्षा करते हुए उन्हें गति देने को कहा। विद्यालय में नल कनेक्शन और हैंडपंप प्रस्ताव डीएमएफटी से भेजने के निर्देश दिए। कक्षा कक्षों की कमी पर सीडीईओ को प्रस्ताव शीघ्र भेजने को कहा।
कार्यालयों में अनुपस्थिति पर नाराजगी
कुछ ग्रामीणों ने सरकारी कार्यालयों में अधिकारियों-कर्मचारियों की अनुपस्थिति की शिकायत की। इस पर कलक्टर ने नाराजगी जताई और सभी को समय पर कार्यालय में उपस्थित रहकर जनसुविधा से जुड़ी समस्याओं का समाधान सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।