बांसवाड़ा।
राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय अमरथून में विश्व पृथ्वी दिवस पर जल, जंगल, मिट्टी और पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लिया गया। इस अवसर पर संस्था प्रधान अरुण व्यास के नेतृत्व में विद्यालय परिसर में एक सादे समारोह का आयोजन हुआ।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि शिक्षाविद अरुण व्यास ने अपने संबोधन में सभी को विश्व पृथ्वी दिवस की शुभकामनाएं देते हुए अपील की कि – "आओ इस धरा को हरा-भरा बनाएं और ग्राम पंचायत अमरथून को पर्यावरण के क्षेत्र में विकसित करें।"
उन्होंने कहा कि जीवन को धारण करने वाली यह धरती ही हमारी माता है – अन्न देने के कारण यह अन्नदा, रत्नों की खान होने के कारण रत्नगर्भा, और सहनशीलता के कारण वसुंधरा कहलाती है।
श्री व्यास ने दुर्गा सप्तशती और पुराणों का उल्लेख करते हुए बताया कि पृथ्वी को “मेदिनी” कहा गया है, क्योंकि यह मधु-कैटभ नामक दैत्यों के मेद से उत्पन्न हुई। महाराज पृथु ने इसे समतल कर कृषि योग्य बनाया और तब से धरती का दोहन आरंभ हुआ।
इस पुरातन कथा में बताया गया है कि कैसे ऋषियों, देवताओं, दानवों, गंधर्वों, पशुओं और वृक्षों ने अपनी-अपनी आवश्यकताओं के अनुरूप पृथ्वी से रस (दूध) प्राप्त किया।
इस अवसर पर वरिष्ठ अध्यापक भेरू लाल डोडियार ने सभी छात्रों को शपथ दिलाई और अधिकाधिक पौधारोपण करने का संकल्प दिलाया। कार्यक्रम में कक्षा वाइस ब्रांड एम्बेसडर घोषित किए गए और नवीन कार्यकारिणी का गठन किया गया।
इस आयोजन में नासिर अली अंसारी, कचरू लाल चरपोटा, मयूर पड़ियार, मुकेश पटेल, जीवन लाल निनामा, बदन लाल डामोर, अनूप मेहता, कपिल वर्मा, पर्वत सिंह, हरिशंकर, मानसिंह, श्रीमति रैना निनामा, हितेष कुमार निनामा, दिलीप कुमार मीणा, श्रीमति प्रज्ञा अधिकारी, रिंकू निनामा, डिम्पल सहित समस्त स्टाफ उपस्थित रहा।
कार्यक्रम का संचालन खुश पाल कटारा ने किया और आभार दयाशंकर चरपोटा ने व्यक्त किया।