(mohsina bano)
मुंबई, दादर पश्चिम।
जैन समाज के लिए समर्पित JISO Foundation (Jain International Seva Organisation) द्वारा आयोजित डिजिटल पहचान शिविर में बड़ी संख्या में जैन समाज के लोगों ने भाग लिया और JISO Jain Minority Card सेवा का लाभ उठाया।
इस कैंप के माध्यम से जैन समाज के श्वेतांबर, दिगंबर, स्थानकवासी और तेरापंथी चारों संप्रदायों को एक डिजिटल मंच से जोड़ने की पहल को गति मिली। JISO टीम ने इस आयोजन में पूर्ण समर्पण के साथ सहभागिता निभाई।
सेवा, सुरक्षा और संगठन का अभियान
JISO का उद्देश्य प्रत्येक जैन व्यक्ति को निःशुल्क डिजिटल पहचान से जोड़ना है, ताकि समाज के हर वर्ग को शिक्षा, स्वास्थ्य, स्वरोजगार, व्यापार और सेवा में सहयोग मिल सके।
सशक्त समाज की ओर बढ़ता कदम
JISO के प्रमुख प्रकल्पों में शामिल हैं:
JISO Health Care: रियायती दरों पर गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं।
JISO Educational Support: छात्रवृत्ति, मार्गदर्शन और जैनोलॉजी शिक्षा का प्रचार।
Matrimonial App: सभी संप्रदायों के लिए पारदर्शी वैवाहिक मंच।
Step-Up B2B E-Commerce: व्यापारियों के लिए डिजिटल बाजार।
e-Governance Services: आधार, ई-श्रम, आयुष्मान भारत, EWS सेवाएं।
Empowerment Programs: महिलाओं व युवाओं के लिए आत्मनिर्भरता अभियान।
Sadharmik Helpdesk: जरूरतमंदों के लिए संस्थाओं से समन्वय।
सुरेशजी पुनमिया: विचार से आंदोलन तक
JISO के संस्थापक श्री सुरेशजी पुनमिया ने इस संगठन को सेवा, तकनीक और संगठन का आदर्श उदाहरण बनाया है। उनकी दूरदर्शिता से प्रेरित होकर JISO आज अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जैन समाज की डिजिटल पहचान और एकता को नया स्वरूप दे रहा है।
उनका कहना है—
"सेवा, शिक्षा और संगठन से ही समाज सशक्त बनता है। जब पूरा समाज जुड़ता है, तब असंभव कुछ नहीं रहता।"