उदयपुर, विश्व विरासत दिवस के अवसर पर महाराणा मेवाड़ चैरिटेबल फाउण्डेशन, उदयपुर की ओर से देवाली स्थित ‘हंसराज चिल्ड्रन होम’ पर सांस्कृतिक विरासत का एक सत्र आयोजित किया गया। सत्र का शुभारंभ करते हुए डॉ. मनीष श्रीमाली ने महाराणा प्रताप के जीवन और विरासत पर संक्षिप्त प्रकाश डाला तथा ‘हंसराज चिल्ड्रन होम’ की बालिकाओं को महाराणा प्रताप की कहानियाँ सुनाई। मेवाड़ की ऐसी प्रेरक कहानियाँ सुनने के पश्चात् बालिकाओं ने कई प्रश्न किये जिनके डॉ. श्रीमाली ने विस्तार से समझाते हुए जवाब दिये।
इसके साथ ही फाउण्डेशन की ओर से ‘इण्डिया कल्चरल जिग्सा’ विरासत गतिविधि को आयोजित करते हुए बच्चों को भारत का नक्शा और विभिन्न राज्यों की सांस्कृतिक विरासत और प्राचीन धरोहरों के चित्र प्रदान किये गये। भारत के नक्शें में उन चित्रों को बालिकाओं ने राज्यों की पहचान के अनुरूप ध्यान पूर्वक चिपकाया। फाउण्डेशन के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. मयंक गुप्ता ने बताया कि विरासत सम्बन्धी इन गतिविधियों का उद्देश्य बच्चों को भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत से रू-ब-रू करवाना था।
महाराणा मेवाड़ चैरिटेबल फाउण्डेशन, उदयपुर का सिटी पैलेस संग्रहालय मेवाड़ की विभिन्न धरोहरों को संजोय हुए हैं। संग्रहालय दिन-प्रतिदिन नवीन दीर्घाओं और प्रदर्शनियों के माध्यम से यहाँ आने वाले देशी-विदेशी आगंतुकों को अपनी ओर आकर्षित करता रहा है। यही नहीं सिटी पैलेस संग्रहालय विद्यार्थियों, जिज्ञासुओं और प्रशंसकों के लिये एक ‘प्रेरणा का मंदिर’ भी है। फाउण्डेशन सिटी पैलेस संग्रहालय के रख-रखाव के साथ ही जीवंत विरासतों पर विभिन्न गतिविधियों को आयोजित करता रहा है।