बाँसवाड़ा, /बांसवाड़ा शहर के सिंहवाव क्षेत्र स्थित श्रृद्धा केन्द्र श्री कपिल गणेश एवं श्री केदारेश्वर महादेव मन्दिर के 3 दिवसीय पुनर्प्रतिष्ठा महोत्सव का श्रीगणेश शुक्रवार प्रातः विनायक स्तवन एवं गणपति महापूजा से हुआ।
इसके उपरान्त स्थापित देवताओं का आवाहन एवं षोड़शोपचार से पूजन-अर्चन, गणेश याग, मण्डप प्रवेश, ग्रह पूजा, ग्रह शान्ति, ग्रह होम, मातृका पूजन, पुण्याहवाचन, कुटीर होम आदि अनुष्ठान हुए।
इस दौरान् प्रधान आचार्य पं. पंकज पण्ड्या एवं पं. भावेश पण्ड्या तथा प्रतिष्ठा आचार्य पं. यज्ञनारायण पण्ड्या और उपाचार्य पं. कमलकान्त पण्ड्या, प्र. प्रदीप भट्ट आदि के निर्देशन एवं आचार्यत्व में प्रतिष्ठा विधान एवं नौ कुण्डीय यज्ञार्चन में मुख्य यजमान निवर्तमान सभापति जैनेन्द्र त्रिवेदी तथा अन्य यजमानों ने विविध समिधाओं तथा गौघृत आदि से आहुतियां दीं।
वैदिक ऋचाओं से यज्ञार्चन की गूंज
महोत्सव के प्रतिष्ठा अनुष्ठान एवं नौकुण्डीय यज्ञकर्म के मुख्य यजमान पूर्व सभापति जैनेन्द्र त्रिवेदी सहित यजमान परिवारों में सम्मिलित संतोष त्रिवेदी, सुभाष त्रिवेदी, प्रज्ञा जोशी, अनन्त जोशी, प्रतिभा जोशी, हेमन्त जोशी, महादेवी जोशी, देवकीनंदन जोशी, विमला सनाढ्य, अमृतलाल सनाढ्य, चारवी भट्ट, अचल भट्ट, अंतिम पण्ड्या, दीपेश पण्ड्या, स्वाति व्यास, शरद व्यास, पुष्पादेवी भट्ट, रिया जोशी, वार्तिक जोशी आदि ने यज्ञार्चन एवं विभिन्न अनुष्ठानों में परिवार सहित भाग लिया।
गणेश आराधन एवं चण्डी महानुष्ठान हुए
महोत्सव के अन्तर्गत शुक्रवार को विंध्यवासिनी अष्टमी मण्डल एवं प्रदोष मण्डल की ओर से गणपति महानुष्ठान के अन्तर्गत गणपति अथर्वशीर्ष के सामूहिक अनुष्ठान तथा गणपति मंत्रों से मोदक अर्पण विधान के साथ ही दुर्गासप्तशती का पाठात्मक चण्डी महानुष्ठान हुआ।
इसमें पं. हर्षवर्धन व्यास एवं पं. प्रदीप मुरलीधर भट्ट के आचार्यत्व में हुए विविध दिव्य एवं दैवीय अनुष्ठानों में पं. महेन्द्र पाठक, अक्षय पंड्या, ईश्वरदास वैष्णव, अनिल पंड्या, अरविंद पाठक, नरहरि एच. भट्ट, कौशल पंड्या, सुशील त्रिवेदी, मनोज रावल, पंकज पंड्या, ललित आचार्य, सुभाष भट्ट आदि पण्डितों ने हिस्सा लिया।
मातृशक्ति ने बहायी भजन भक्ति धाराएं
प्रतिष्ठा महोत्सव के अन्तर्गत श्री केदारेश्वर महिला मंडल की ओर से बड़ी संख्या में मातृशक्ति ने गुरुवार रात हल्दी व मेहंदी कार्यक्रम और भजनों का माधुर्य रस बहाते हुए भक्ति का ज्वार उमड़ा दिया।
इस दौरान् मण्डल की सदस्यों जिज्ञासा व्यास, प्रियंका रावल, विनीता पाठक, तृप्ति व्यास, अनुराधा सोनी, सागर पालीवाल, केसर तम्बोली, विनीता तेली, उर्मिला दोसी, अमिता व्यास, आरती पण्ड्या, अंतिम पण्ड्या, पुष्पा व्यास, लता उपाध्याय, आरती शुक्ला, लता भट्ट, निशा व्यास, अनुसुइया त्रिवेदी, मंजुला, ऋतु, मेघा, ज्योति, रंजना, संगीता पाठक, प्रज्ञा जोशी, संतोष त्रिवेदी, भक्ति व्यास आदि ने हिस्सा लिया। रात्रिकालीन सुन्दरकाण्ड के संगीतमय सामूहिक पारायण में क्षेत्रवासियों ने श्रृद्धा से भाग लिया और भजन-कीर्तन किए।
प्रतिष्ठा वास्तु अनुष्ठान हुए
मन्दिर परिसर में श्री कपिल गणेश एवं श्री केदारेश्वर महादेव की प्राचीन प्रतिमाओं के साथ ही शिव जलाधारी, श्री शीतला माता, पार्वती, श्री हनुमानजी, नंदी, रिद्धि-सिद्धि आदि के श्रीविग्रहों तथा शिखर कलश व ध्वज दंड से संबंधित दैव प्रासाद वास्तु कर्म एवं प्रतिष्ठा विधान के विभिन्न उपचार भी हुए।
शनिवार को विभिन्न अनुष्ठान
महोत्सव के दूसरे दिन 19 अप्रेल, शनिवार को प्रातः 8 बजे द्वितीय दिवसकालीन अनुष्ठान आरंभ होंगे। इसके अन्तर्गत स्थापित देवताओं का पूजन, शिव याग, देव प्रतिमाओं का अधिवास, दिक्षु होम, प्रासाद वास्तु, तत्त्व न्यास, शैय्याधिवास विधान निर्धारित हैं।
कलश यात्रा, प्रतिष्ठा व यज्ञ पूर्णाहुति रविवार को
महोत्सव के अंतिम दिन 20 अप्रेल, रविवार को प्रातः 7 बजे भव्य कलश यात्रा निकाली जाएगी। प्रातः 8 बजे धार्मिक अनुष्ठानों का क्रम आरंभ होगा। इसमें स्थापित देवताओं के पूजन-अर्चन के उपरान्त शान्ति-पौष्टिक हवन, मूर्ति प्रतिष्ठा, शिखर प्रतिष्ठा अनुष्ठान होंगे। मध्याह्न 12 बजे यज्ञ पूर्णाहुति एवं महाआरती होगी तथा दोपहर 1 बजे से महाप्रसादी का आयोजन आरंभ होगा।