कपिल-केदारेश्वर प्रतिष्ठा महोत्सव से पूर्व हेमाद्रि विधान हुआ,

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Published on : 17 Apr, 25 23:04

श्री पीताम्बरा आश्रम में विधि-विधान से हुए समस्त शुद्धिकरण संस्कार

कपिल-केदारेश्वर प्रतिष्ठा महोत्सव से पूर्व हेमाद्रि विधान हुआ,

बाँसवाड़ा, बांसवाड़ा शहर के सिंहवाव स्थित श्री कपिल गणेश एवं श्री केदारेश्वर महादेव मन्दिर के 18 अप्रेल, शुक्रवार से आयोजित तीन दिवसीय पुनर्प्रतिष्ठा महोत्सव से पूर्व धार्मिक विधि-विधान के अनुसार गुरुवार को श्री पीताम्बरा आश्रम में हेमाद्रि विधान पूर्ण किया गया।

गुरुवार को अभिजित मुहूर्त में महोत्सव के प्रतिष्ठा अनुष्ठान एवं नौकुण्डीय यज्ञकर्म के मुख्य यजमान पूर्व सभापति जैनेन्द्र त्रिवेदी सहित यजमान परिवारों में सम्मिलित संतोष त्रिवेदी, सुभाष त्रिवेदी, प्रज्ञा जोशी, अनन्त जोशी, प्रतिभा जोशी, हेमन्त जोशी, महादेवी जोशी, देवकीनंदन जोशी, विमला सनाढ्य, अमृतलाल सनाढ्य, चारवी भट्ट, अचल भट्ट, अंतिम पण्ड्या, दीपेश पण्ड्या, स्वाति व्यास, शरद व्यास, पुष्पादेवी भट्ट, रिया जोशी, वार्तिक जोशी को हेमाद्रि विधान के अनुरूप सभी धार्मिक संस्कारों के प्रयोग करवाए गए।

विनायक स्तवन से आरंभ हुए हेमाद्रि विधान में प्रधान आचार्य पं. भावेश पण्ड्या, प्रतिष्ठा आचार्य पं. यज्ञनारायण पण्ड्या, उपाचार्य पं. प्रदीप भट्ट व सह आचार्य पं. हिमांशु भट्ट के आचार्यत्व में देवी-देवताओं के आवाहन के साथ ही हेमाद्रि स्नान, प्रायश्चित कर्म, शुद्धिकरण संस्कार पूर्ण किए गए।

इस अवसर पर श्री कपिल-केदारेश्वर मन्दिर विकास ट्रस्ट के अध्यक्ष सुभाष त्रिवेदी, सचिव अनन्त जोशी, कोषाध्यक्ष अरविन्द पाठक, सुभाष भट्ट, मनीष पाठक, नागेश शर्मा, दीपेश पण्ड्या, शुभम पाठक, उमंग शर्मा, दीपक गुर्जर, गायत्री मण्डल के सचिव विनोद शुक्ल सहित विभिन्न धार्मिक संगठनों के पदाधिकारी उपस्थित थे।

तलवाड़ा से लायी गई दैव प्रतिमाएं

महोत्सव की पूर्व संध्या पर गुरुवार शाम प्रतिष्ठित होने वाले समस्त देवी-देवताओं के श्रीविग्रहों को ढोल-ढमाके के साथ तलवाड़ा से मन्दिर परिसर में लाया गया। इसके उपरान्त कपिल-केदारेश्वर परिसर में सुन्दरकाण्ड का पाठ हुआ तथा धर्मावलम्बी महिलाओं द्वारा मंगल गीतों और भजनों के साथ भगवान आराधना के बीच हल्दी एवं मेहन्दी रचन के कार्यक्रम हुए।


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