पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र उदयपुर द्वारा शिल्पग्राम परिसर में कालबेलिया, मांगणियार, पावरी, भारूड, डांग एवं कठपुतली नृत्य प्रदर्शित किए जा रहे है जिसे देशी एवं विदेशी सैलानी इसका लुत्फ उठा रहे है।
पश्चिम क्षेत्र सास्कृतिक केंद्र उदयपुर के निदेशक फ़ुरकान खान ने बताया कि शिल्पग्राम परिसर में शिल्पदर्शन कार्यक्रम में राजस्थान से कालबेलिया और मांगणियार, महाराष्ट्र से भारूड, गुजरात से पावरी, डांग एवं कठपुतली नृत्य का प्रदर्शन किया जा रहा है। शिल्पग्राम परिसर सुबह 11 बजे से सायं 7 बजे तक पर्यटकों के लिए खुला रहता है।
उल्लेखनीय है कि शिल्पग्राम परिसर में वर्षभर चलने वाले शिल्पदर्शन कार्यक्रम के लिए सदस्य राज्यों से 15-15 दिनों के अंतराल पर विभिन्न कलाकारों एवं शिल्पकारों को आमंत्रित किया जाता है जिससे पर्यटक उनकी कला को देख व उनके बारे में अधिक से अधिक जानकारी प्राप्त कर सके। कला एवं शिल्प का प्रदर्शन करने वाले विभिन्न समूह नियमित रूप से यहां आते हैं तथा अपने प्रदर्शन से शिल्पग्राम को जीवंत रखते है। शिल्पग्राम में सदस्य राज्यों की 31 झोपड़िया बनी हुई है। साथ ही शिल्पग्राम म्यूजियम व विभिन्न शिल्पकारों के उत्पाद भी पर्यटकों को देखने को मिलते है।