उदयपुर। आवरी माता मंदिर, रेती स्टैंड के पास रहने वाला हाथी 'रामू' इन दिनों गंभीर बीमारी से जूझ रहा है। भगवान गजानन के स्वरूप माने जाने वाले इस हाथी की तबीयत काफी समय से खराब है। उसकी एक आंख में मोतियाबिंद हो चुका है और अब चारों पैरों में सूजन के कारण वह चलने-फिरने में भी असमर्थ हो गया है।
जानकारी के अनुसार, 16 अप्रैल 2025 को भी रामू को क्रेन की सहायता से खड़ा किया गया। उस वक्त वन विभाग से रेंजर हिम्मत सिंह मौके पर उपस्थित थे। दो साल पहले भी रामू की खराब सेहत को लेकर शिकायतें की गई थीं, लेकिन प्रशासन ने तब भी कोई ठोस कार्रवाई नहीं की थी। इस बार भी हालात बदतर हो गए हैं, लेकिन जिम्मेदारी लेने को कोई तैयार नहीं है।
सूचना के अधिकार के तहत जब हाथी की जानकारी मांगी गई तो वन विभाग के पास भी रामू की उत्पत्ति और स्थान संबंधी कोई ठोस जानकारी नहीं निकली। 20 मार्च 2025 को राज्य जीव जंतु कल्याण बोर्ड द्वारा रामू के संपूर्ण इलाज और देखभाल के लिए पत्र जारी किया गया था, लेकिन उस पर भी कोई कार्यवाही नहीं हुई।
अब उदयपुर के पशु प्रेमी मांग कर रहे हैं कि रामू को वाइल्ड लाइफ SOS आगरा भेजा जाए, जहाँ उसका उचित इलाज हो सके। संस्था ने रामू के इलाज और रेस्क्यू के लिए सहमति दी है, लेकिन उन्हें इसके लिए मुख्य वन संरक्षक की लिखित अनुमति की आवश्यकता है।
प्रश्न यह उठता है कि आखिर कब तक प्रशासन और पशुपालन विभाग इस तरह बेजुबानों की अनदेखी करता रहेगा? रामू के सुखद भविष्य और बेहतर इलाज के लिए उसे जल्द से जल्द आगरा भेजा जाना चाहिए – यही सभी पशु प्रेमियों की विनम्र अपील है।