भूपाल नोबल्स में मुद्रा प्रदर्शनी का आयोजन

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Published on : 17 Apr, 25 06:04

भूपाल नोबल्स में मुद्रा प्रदर्शनी का आयोजन

उदयपुर — भूपाल नोबल्स विश्वविद्यालय, उदयपुर में सामाजिक विज्ञान एवं मानविकी संकाय तथा अकेडमी ऑफ न्यूमिस्टिक्स एंड सिगोलोग्राफी, इंदौर के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी के दूसरे दिन प्राचीन मुद्राओं और मुद्रिकाओं की प्रदर्शनी लगाई गई। इस अवसर पर 25 से अधिक शोधपत्रों का वाचन भी दो तकनीकी सत्रों में किया गया।

प्रदर्शनी का उद्घाटन हिन्दुस्तान जिंक लिमिटेड के स्वतंत्र महानिदेशक अखिलेश जोशी ने किया। उन्होंने कहा कि विभिन्न कालों की मुद्राएं हमें इतिहास को समझने का अनोखा अवसर देती हैं। भूपाल नोबल संस्थान के प्रबंध निदेशक मोहब्बत सिंह राठौड़ ने कहा कि मुद्राशास्त्र एक विशिष्ट विज्ञान है और इनका संकलन अत्यंत श्रमसाध्य कार्य है।

वित्तमंत्री शक्तिसिंह राणावत, डॉ. कमलेन्द्र सिंह राणावत समेत अन्य अतिथियों ने प्रदर्शनी का अवलोकन किया और विद्यार्थियों के लिए इसे अत्यंत लाभकारी बताया। डॉ. शशिकांत भट्ट ने कहा कि दुर्लभ मुद्राएं इतिहास की जीवित गवाही होती हैं, इनका संरक्षण सराहनीय प्रयास है।

संगोष्ठी आयोजन सचिव डॉ. पंकज आमेटा ने बताया कि डॉ. गिरीश शर्मा, डॉ. महेश कुमार गुप्ता, आर.सी. ठाकुर, पुष्पा खमेसरा आदि द्वारा बौद्धकालीन, मौर्यकालीन, कुषाणकालीन एवं ब्रिटिशकालीन दुर्लभ मुद्राएं, मुद्रिकाएं, डाक टिकट, मनके, आभूषण व अन्य ऐतिहासिक वस्तुएं प्रदर्शित की गईं।

महाविद्यालय अधिष्ठाता डॉ. शिल्पा राठौड़ ने बताया कि तकनीकी सत्रों में डॉ. प्रशांत कुलकर्णी और डॉ. शैलेन्द्र भंडारी ने विस्तृत व्याख्यान दिए। संगोष्ठी में देशभर से आए प्रख्यात मुद्राशास्त्री, इतिहासकार, शोधार्थी एवं विद्यार्थियों ने सहभागिता निभाई। कार्यक्रम संचालन डॉ. प्रवीणा राठौड़ द्वारा किया गया।


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