सुजानगढ़ कस्बें में सूक्षेम फाउंडेशन द्वारा ढाई सौ करोड़ रु की लागत से बनने वाले तीन सौ पलंगों की क्षमता वाले सूक्षेम आरोग्य विहार मल्टी स्पेशियलिटी हॉस्पिटल का शिलान्यास*

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Published on : 16 Apr, 25 06:04

*दानवीर मारवाड़ी नदी के बहते पानी की तरह मीठे होते है तथा हमेशा जन कल्याण के काम में योगदान करते हैं -केन्द्रीय कानून मन्त्री अर्जुन राम मेघवाल*

सुजानगढ़ कस्बें में सूक्षेम फाउंडेशन द्वारा ढाई सौ करोड़ रु की लागत से बनने वाले तीन सौ पलंगों की क्षमता वाले सूक्षेम आरोग्य विहार मल्टी स्पेशियलिटी हॉस्पिटल का शिलान्यास*

नीति गोपेन्द्र भट्ट 

सुजानगढ़/जयपुर/नई दिल्ली ।केन्द्रीय कानून मन्त्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि प्रवासी आज भी अपनी अपनी मातृभूमि को नहीं भूले है तथा अपने क्षेत्र,प्रदेश और देश के विकास में भागीदार बन प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी के विकसित भारत @2047 के सपने को पूरा करने में अपना योगदान दे रहें है।

मेघवाल मंगलवार को राजस्थान के विश्व प्रसिद्ध सालासर हनुमान जी मन्दिर के निकट स्थित ऐतिहासिक सुजानगढ़ कस्बें में सूक्षेम फाउंडेशन  द्वारा ढाई सौ करोड़ रु की लागत से बनने वाले तीन सौ पलंगों की क्षमता वाले सूक्षेम आरोग्य विहार मल्टी स्पेशियलिटी हॉस्पिटल के शिलान्यास के पश्चात समारोह में भारी संख्या में मौजूद लोगों को मुख्य अतिथि के रूप में सम्बोधित कर रहें थे।

इस अवसर पर अपने संबोधन में केंद्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल ने कहा कि अंचल में सुक्षेम आरोग्य विहार अंचल के लोगों के लिए बेहतरीन चिकित्सा सेवाएं मिलेंगी। अपनी पुण्य की कमाई मातृभूमि की सेवा में लगाना बहुत ही सराहनीय एवं अनुकरणीय कार्य है। सुक्षेम आरोग्य विहार की श्रेष्ठ सेवाएं स्वस्थ नागरिक बनायेंगी और क्षेत्र विकसित बनेगा। 

अंचल की समृद्धि बढे़गी। ट्रस्टी अपने मातृभूमि की सेवा के लिए अपने मेहनत की कमाई लगा रहे हैं। जन सेवा एवं मातृभूमि के प्रति प्रेम से ही इंसान की स्तुति होती है। हम भौतिकवाद से परे होकर मानवता की सेवा के लिए संकल्पित रहें। उन्होंने एक  भजन गाकर  सेवा भावना का संदेश दिया। 

केन्द्रीय विधि और न्याय(स्वतन्त्र चार्ज) और संसदीय कार्य राज्य मन्त्री अर्जुन राम मेघवाल ने दक्षिण भारत के महान सन्त महर्षि रमन का उदाहरण सुनाते हुए कहा कि नदी का मीठा पानी बहता हुआ मार्ग में आने वाले हर जीव और जीवन की भलाई करता है जबकि वही पानी समुद्र के मिल कर अपनी स्थिर प्रकृति के कारण खारा हों जाता है। इसलिए दानवीर मारवाड़ी नदी के बहते पानी की तरह मीठे होते है तथा हमेशा जन कल्याण के काम में लगे रहते है।

केन्द्रीय मन्त्री मेघवाल ने सुजानगढ़ जैसे दुरस्थ स्थान पर सुक्षेम फाउंडेशन के संरक्षक शायर और हीरालाल मालू ट्रस्टी  के सी मालू  और अन्य सहयोगियों की आधुनिकता साधनों एवं सुख सुविधाओं युक्त हॉस्पिटल बनाने की परिकल्पना के लिए उनकी भूरी भूरी प्रशंसा की।

इस अवसर पर अखिल भारतीय सांगलिया धुणी पीठाधिश्वर ओमदास जी महाराज का पावन सानिध्य भी मिला। ओमदास जी महाराज ने कहा कि मनुष्य का जीवन तभी सार्थक है जब वह जरुरतमंद लोगों की मदद करें । ओमदास महाराज ने कहा कि स्वास्थय और शिक्षा सेवा में लगाया गया धन सदैव याद रखा जाता है। सुक्षेम आरोग्य विहार का निर्माण मातृभूमि की सेवा की दिशा में बहुत बड़ा प्रयास है। यह विश्व के श्रेष्ठ अस्पतालों में शामिल होगा। उन्होंने सुक्षेम आरोग्य विहार की नींव के लिएवैदिक रीति से  पूजा-अर्चना करवाई।  

इस अवसर पर नगरीय विकास एवं स्वायत्त शासन विभाग (स्वतंत्र प्रभार) (यूडीएच) राज्यमंत्री झाबर सिंह खर्रा ने कहा कि राजस्थान सरकार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में प्रवासियों को प्रदेश और देश के सर्वांगीण विकास के लिए हर संभव प्रयास कर रही है ।उन्होंने कहा कि राजस्थान सरकार प्रवासियों की संपतियों पर कब्जा होने की प्रवृत्ति पर अंकुश लगाने के प्रति गंभीर है और केन्द्रीय कानून मन्त्रालय के मार्ग दर्शन में इस बाबत कानून बनाने के लिए सलाह और मार्गदर्शन लेंगी ।

झाबर सिंह खर्रा ने कहा कि चूरू की धरती शक्ति, भक्ति, त्याग और तपस्या की धरती है। यहां के सपूतों ने अपनी वीरता, बुद्धिमता व मेहनत से सम्पूर्ण विश्व में अपना लोहा मनवाया है। प्रवासियों द्वारा यहां के लोगों की समस्याओं को समझकर निराकरण का यह प्रयास सराहनीय है। अपनी मातृभूमि की सेवा का ऐसा कार्य युगों तक याद रखा जाता है। उन्होंने कहा कि प्रदेश मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में राइजिंग राजस्थान अंतर्गत किए गए एमओयू से प्रदेश की आर्थिक विकास को गति मिलेगी और राजस्थान विकसित प्रदेश बनेगा। 

भाजपा के वरिष्ठ नेता और विधानसभा में प्रतिपक्ष के पूर्व नेता राजेन्द्र राठौड़ ने कहा कि सुजानगढ़ में इस हॉस्पिटल के आने से शेखावाटी और बीकाना अंचल में एक नया आयाम स्थापित होने जा रहा है ।उन्होंने कहा कि इसके बनने से सुजानगढ़ के मेडिकल कॉलेज खुलने की जमीन भी तैयार हो गई है ।

राजेन्द्र राठौड़ ने कहा कि अपनी पुरूषार्थ की कमाई मातृभूमि के लिए लगाने वालों को दुनिया सदैव याद रखती है। जनसेवा से हमेशा वैभव बढ़ता है। सुक्षेम आरोग्य विहार बनने से अंचल के लोगों को विश्व स्तरीय स्थानीय स्तर पर ही मिल सकेंगी। क्षेत्र के इतिहास में यह नया अध्याय जुड़ेगा। अस्पताल में प्राकृतिक चिकित्सा, आयुर्वेदिक चिकित्सा, यूनानी, मेडिटेशन आदि का भी शामिल होना नागरिकों के उत्तम स्वास्थय के लिए बेहतरीन प्रयास है। ऐसी सेवाओं से जब अस्पताल की सीढ़ियों पर चढ़ता हुआ व्यक्ति बड़ी सहुलियत महसूस करेगा, तो वहीं स्वस्थ होकर अपने घर जाएगा तो मन से दुआएं देगा। उन्होंने कहा कि जनोपयोगी कार्यों में हम सभी अपनी सक्रिय भागीदारी निभाएं।  

सुक्षेम फाउंडेशन के संरक्षक हीरालाल मालू ने इस अस्पताल की परिकल्पना को मूर्त रूप देने के लिए  के सी मालू को कोटिश धन्यवाद दिया और कहा कि और इससे कई दान दाताओं को प्रेरणा मिलेगी। उन्होंने संरक्षक और अपनी पत्नी शायर के योगदान की भी चर्चा की । उन्होंने बेगलूरु के प्रवासी जे सी शर्मा की ओर से अस्पताल निर्माण पाँच करोड़ रू की घोषणा की और एक करोड़ रू का चेक ओमदास जी महाराज और के सी मालू  को भेंट की। हीरालाल मालू ने बताया कि हमारा प्रयास है कि हम हमारी मातृभूमि के लिए विशेष प्रयास करें। माटी से लगाव रखते हुए अपनों की सेवा का भाव लेकर सभी प्रवासी यहां से जुड़ना चाहते है। उन्होंने आश्वस्त किया कि सबसे अच्छी सुविधाएं अंचल के लोगों को मिलेंगी। 

 

सुक्षेम फाउंडेशन के फाउंडर ट्रस्टी के सी मालू ने अतिथियों का स्वागत करते हुए हॉस्पिटल प्रोजक्ट की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि 100 वर्षों की प्लानिंग के साथ सुक्षेम आरोग्य विहार का निर्माण किया जाएगा। इस अस्पताल के बनने से सुजानगढ़ और आसपास की 10 लाख आबादी लाभान्वित होगी। हमारा संकल्प है कि सुजानगढ़ को सर्वश्रेष्ठ चिकित्सा सेवाएं मिलें। इससे चिकित्सा सुविधाओं के लिए अंचल के लोगों का पलायन रूकेगा और उन्हें उत्तम स्वास्थ्य यहीं मिल पाएगा। उन्होंने बताया कि सरकार के सहयोग से अस्पताल पीपीपी मोड पर संचालित किया जाएगा। इसमें एलोपैथिक, आयुर्वेदिक, प्राकृतिक, यूनानी चिकित्सा, योग, खेल, आवासीय कॉम्पलैक्स, धर्मशाला आदि सभी सुविधाएं विकसित की जाएंगी। उन्होंने कहा कि प्रवासी नागरिक मातृभमि की सेवा के लिए तत्पर रहते हैं। उन्होंने बताया कि इस अस्पताल के लिए पिछले वर्ष जयपुर में आयोजित राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट-2024 में सुक्षेम फाउंडेशन और राजस्थान सरकार के बीच एक समझौता ज्ञापन पत्र (एमओयू ) पर हस्ताक्षर किए गए थे। सुक्षेम फाउंडेशन जन सहयोग से इस अस्पताल भवन का निर्माण कराएगा तथा इसका संचालन राज्य सरकार द्वारा किया जाएगा। सुक्षेम फाउंडेशन लीनन बदलने और साफ-सफाई आदि जिम्मेदारी का निर्वहन भी  करेगा l

मालू ने बताया कि इस अस्पताल की परिकल्पना वर्ष 2018 में कनेक्ट टू रूट्स की सोच के साथ सफलतापुर्वक आयोजित हुए सुजानगढ़ महोत्सव में की गई थी।इस महोत्सव में 900 देशी और 50 विदेशी प्रवासी तीन दिनों तक सुजानगढ़ में रहें थे, तब इस अंचल में चिकित्सा और शिक्षा के विस्तार की आवश्यकता को पूरी करने के संकल्प के साथ सुक्षेम फाउंडेशन की स्थापना की गई थी और सुक्षेम भवन का बीजारोपण हुआ था । 

मालू ने बताया कि  इस अस्पताल के लिए सुक्षेम फाउंडेशन ने 57 बीघा भूमि अधिग्रहित कर राज्य सरकार के चिकित्सा विभाग के साथ एक एमओयू किया जिसके अनुसार वर्ष 2027  तक यह अस्पताल भवन तैयार करवा राज्य सरकार को सुपुर्द कर दिया जाएगा। वर्तमान सरकारी हॉस्पिटल 65 वर्ष पुराना है और 1960 में जब यह बना था तब, सुजानगढ़ की आबादी मात्र 30 हजार थी जोकि,अब बढ़ कर 2 लाख हो गई है। जयपुर और बीकानेर के मध्य उच्च स्तरीय चिकित्सा सुविधा उपलब्ध नहीं होने से प्रति वर्ष सैकड़ों मरीज रास्ते में ही अपना दम तोड़ देते है। इस लिहाज़ से यह मल्टी स्पेशियलिटी हॉस्पिटल क्षेत्रवासियों के लिए एक संजीवनी बूटी साबित होगा। 

*आयुष कॉम्प्लेक्स, चिकित्सकीय आवास एवं अतिथि घर और विशाल कृष्ण मन्दिर बनेगा* 

मालू ने बताया कि इस अस्पताल परिसर के साथ एक ही छत के नीचे आयुष कॉम्प्लेक्स में आयुर्वेदिक एवं नेचरोपैथी,योग एवं ध्यान केन्द्र आदि सभी सुविधायें उपलब्ध होंगी तथा एक वृद्धाश्रम भी बनेगा।साथ ही संस्था परिसर में अध्यात्म साधना के लिए एक विशाल कृष्ण मन्दिर का निर्माण कराया जाएगा एवं यहाँ धन्वतरी की मूर्ति भी लगेगी। इसके अलावा अस्पताल के डॉक्टरों, पैरा मेडिकल स्टाफ,नर्सिंग और अन्य स्टाफ आदि के लिए तथा मरीजों के परिजनों के लिए आवास एवं आर्थिक दृष्टि से कमजोर लोगों के लिए निःशुल्क धर्मशाला तथा विजिटिंग डॉक्टर्स के लिए गेस्ट हाऊस आदि भी बनवाएँ जाएँगे । 

उपाध्यक्ष बजरंग बाहेती महामन्त्री राजेन्द्र दाधीच और कोषाध्यक्ष श्री अनिल जैन ने बताया कि इन सभी सुविधाओं के मद्दे नजर सूक्षेम आरोग्य विहार मल्टी स्पेशियलिटी हॉस्पिटल को निकट भविष्य में बतौर सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल क्रमोन्नत किया जा सकेगा ।  

*कान्वेंट स्कूल और राजस्थानी भाषा रिसर्च सेंटर के लिए भूमि आवंटन*

के सी मालू ने सुजानगढ़ में कान्वेंट स्कूल और राजस्थानी भाषा रिसर्च सेंटर के लिए फाउंडेशन को भूमि आवंटन की माँग भी रखी। मालू ने जिला प्रशासन से  समय- समय पर मिले सहयोग के लिए आभार जताया ,ल।

समारोह में राजस्थान राज्य अनुसूचित जाति वित्त एवं विकास आयोग अध्यक्ष राजेंद्र कुमार नायक, चूरू के जिला कलेक्टर अभिषेक सुराणा नगरपरिषद सभापति नीलीफ़ोर गौरी सुक्षेम फाउंडेशन के संरक्षक शायर और हीरालाल मालू के साथ ही उपाध्यक्ष बजरंग लाल बाहेती, महामन्त्री राजेन्द्र दाधीच, कोषाध्यक्ष अनिल जैन, ट्रस्टी विजय सिंह डोसी, जे सी शर्मा, अनिता चोरड़िया और यशवन्त बाफना, सुजानगढ़ प्रधान मनभरी देवी, बीदासर प्रधान संतोष मेघवाल, सभापति नीलोफर गौरी, सुरज्ञान कंवर, निर्मल सेठिया, अनिल जैन, नरपत सिंह चौरड़िया, विजसिंह डोसी, बजरंग बाहेती, राजेन्द्र दाधीच, बसंत शर्मा, हेमंत मालू, जेसी शर्मा, यशवंत बाफना, प्रदीप टाक, एमआर चौधरी सहित ट्रस्टी, जनप्रतिनिधि, अधिकारी मंचस्थ रहे। उपस्थित सभी ट्रस्टी ने अतिथियों का स्वागत एवं  अभिनंदन किया।

*सुजानगढ़-गुणीजनों ,समझदार एवं बुद्धिमान  लोगों की धरती*

उल्लेखनीय है कि राजस्थान के चूरू ज़िले के सुजानगढ़ कस्बें को गुणीजनों,समझदार एवं बुद्धिमान लोगों की धरती का शहर माना जाता है। यहाँ पद्मश्री और धरती धौरा री..गीत के कालजयी कवि कन्हैया लाल सेठिया जैसे साहित्यकार, बॉलीवुड में खेमचन्द प्रकाश, जमाल सेन जैसे संगीतकार एवं कथक गुरु, वीणा केसेटेट्स का मालू परिवार, बगड़िया, जाजोदिया, सेठिया परिवार जैसे उद्योगपति एवं दानी मानी सज्जन हुए है ।जिन्होंने क्षेत्र के विकास में तन,मन और धन से सहयोग प्रदान कर अपनी यश पताका फहराई है। सुजानगढ़ अपने दिगम्बर एवं श्वेताम्बर और दक्षिण भारत के तिरुपति मन्दिर के साथ ही निकटवर्ती सालासर बालाजी के विश्व प्रसिद्ध मंदिर और डूंगर बालाजी, छापर के ब्लेक डीयर पार्क,लाडनूँ के जैन विश्व भारती आदि के कारण देश विदेश में प्रसिद्ध है।यहाँ के अनगिनत लोग भारतीय सेना में सीमाओं की रक्षा में लगे हुए है तों,वणिक वर्ग के लोग व्यापार और उद्योग क्षेत्र में अपनी ख्याति अर्जित कर प्रदेश और देश का नाम रोशन कर रहें हैं।

 


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