उदयपुर : एचडीएफसी बैंक की प्रिंसिपल इकोनोमिस्ट साक्षी गुप्ता ने कहा है कि 25 आधार अंको (बीपीएस) की दर कटौती के साथ साथ रुख में बदलाव के समायोजन को देखते हुए आने वाले महीनों में और अधिक दरों में कटौती की उम्मीद की जा सकती है। रिज़र्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) की पहली मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी मीटिंग के फैसलों पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुऐ साक्षी गुप्ता कहा कि, हमें 2025 में दो और दरों में कटौती की उम्मीद है, एवं अगली दरों कटौती जून नीति में होने की संभावना है। चूंकि तरलता की स्थिति में सुधार जारी है, जो चालू तिमाही में औसतन तटस्थ से ऊपर रहने की उम्मीद है, इसलिए दरों में कटौती का मुद्रा बाजार दरों और जमा दरों पर भी असर बढ़ने की संभावना है।
टैरिफ तनाव के कारण बढ़ती वैश्विक बाधाओं के मद्देनजर आरबीआई ने अपने सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि के पूर्वानुमान को 20 आधार अंकों से घटाकर 6.5% कर दिया है। यदि वैश्विक तनाव बढ़ता रहा, तो हमें इन अनुमानों में और गिरावट का जोखिम दिखाई देता है। हम उम्मीद करते हैं कि वित्त वर्ष 26 के लिए सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि दर 6.3% रहेगी, यह मानते हुए कि सफल द्विपक्षीय वार्ता के साथ वर्तमान टैरिफ घोषणाओं में कुछ वापसी होगी।