विकसित राजस्थान: समर्पण, संकल्प और सुनहरे भविष्य की ओर

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Published on : 29 Mar, 25 06:03

विकसित राजस्थान: समर्पण, संकल्प और सुनहरे भविष्य की ओर

हम सभी राजस्थान दिवस के आयोजनों में प्रदेश की गौरवशाली विरासत का उत्सव मना रहे हैं। यह केवल उत्सव नहीं, बल्कि आत्ममूल्यांकन का अवसर भी है। हमें विचार करना चाहिए कि राजस्थान के विकास में हमारा योगदान कितना है और इसे वैश्विक पहचान दिलाने के लिए हम कितने समर्पित हैं।

मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा के कुशल नेतृत्व में राजस्थान आज हर क्षेत्र में मजबूत बुनियाद के साथ आगे बढ़ रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘विकसित भारत 2047’ के संकल्प को साकार करने में राजस्थान सरकार अनेक प्रगतिशील योजनाओं के माध्यम से महत्वपूर्ण योगदान दे रही है।

प्रदेश में व्यक्तिगत कल्याण, सामुदायिक उत्थान और क्षेत्रीय विकास के लिए अनेक योजनाएं कार्यान्वित की जा रही हैं। राजस्थान अब पिछड़ेपन के कलंक से मुक्त होकर तीव्र विकास की ओर अग्रसर है, जहाँ हर नागरिक को सशक्त, समृद्ध और आरोग्यवान बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं।

राजस्थान सिर्फ़ एक प्रदेश नहीं, बल्कि एक भावना है। जो कोई भी इसके विकास में योगदान देता है, वह सच्चा राजस्थानी है। हमें अपने पूर्वजों के योगदान को याद रखते हुए यह सुनिश्चित करना चाहिए कि हम भी प्रदेश की उन्नति में सक्रिय भागीदारी निभाएं।

कला, संस्कृति, वीरता, परंपराओं और प्राकृतिक सौंदर्य से समृद्ध राजस्थान हर क्षेत्र में नई ऊंचाइयों को छू रहा है। विकास के इन्द्रधनुषी रंग इसकी स्वर्णिम आभा को और अधिक चमकदार बना रहे हैं।

अब यह हमारा कर्तव्य है कि हम मिलकर राजस्थान को नई ऊँचाइयों तक पहुँचाएं, ताकि यह न केवल भारत में, बल्कि विश्व स्तर पर अपनी विशिष्ट पहचान बना सके। आइए, नए जोश और संकल्प के साथ विकसित राजस्थान के निर्माण में अपनी भागीदारी निभाएं। जय-जय राजस्थान!


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