कार्यक्रम की अध्यक्षता सहकारिता विभाग, उदयपुर की अतिरिक्त रजिस्ट्रार श्रीमती गुंजन चौबे ने की। उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता वर्ष की कार्ययोजना पर प्रकाश डालते हुए समिति व्यवस्थापकों को वित्तीय रूप से सक्षम बनने के सुझाव दिए। बैंक प्रबंध निदेशक श्री अनिमेष पुरोहित ने माइक्रो एटीएम की उपयोगिता समझाते हुए बताया कि यह सामान्य एटीएम का छोटा संस्करण है, जो प्वाइंट ऑफ सेल (POS) टर्मिनल की तरह कार्य करता है। GPRS के माध्यम से बैंकिंग नेटवर्क से जुड़कर यह मशीन ग्रामीण इलाकों में लेनदेन को सुगम बनाती है।
इस अवसर पर उदयपुर जिले की 9, सलूम्बर जिले की 8 एवं राजसमंद जिले की 9 समितियों सहित कुल 26 समितियों को माइक्रो एटीएम मशीनों का वितरण किया गया। बैंक के कंप्यूटर प्रोग्रामर श्री हितेश पांचाल ने मशीनों में सॉफ्टवेयर इंस्टॉल कर व्यवस्थापकों को प्रशिक्षण दिया। व्यवस्थापकों ने प्रशिक्षण प्राप्त कर कार्यक्रम स्थल पर ही लेनदेन का सफल संचालन किया।
उप रजिस्ट्रार सहकारी समितियां श्री लोकेश जोशी ने बताया कि जल्द ही माइक्रो एटीएम के माध्यम से ऋण वितरण की सुविधा भी शुरू की जाएगी। कार्यक्रम के अंत में बैंक की अधिशासी अधिकारी डॉ. मेहजबीन बानो ने समिति व्यवस्थापकों को माइक्रो एटीएम के अधिकतम उपयोग के लिए प्रोत्साहित करते हुए धन्यवाद ज्ञापित किया। मंच संचालन डॉ. धर्मेश मोटवानी ने किया तथा बैंक के अधिकारी एवं कर्मचारी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।