पृथ्वी को बचाने की प्रतिबद्धता न्यूनतम पैमाने पर सुनिश्चित हो - प्रो सारंगदेवोत

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Published on : 22 Mar, 25 17:03

पृथ्वी को बचाने की प्रतिबद्धता न्यूनतम पैमाने पर सुनिश्चित हो - प्रो सारंगदेवोत

अर्थ ऑवर डे पर जनार्दन राय नागर राजस्थान विद्यापीठ के संघटक कृषि विज्ञान विद्यालय डबोक में डीन डॉ.जीके माथेर की अध्यक्षता में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। प्रथम वर्ष के छात्रों और कर्मचारियों ने भाग लिया। 
विशेष उद्बोधन कुलपति कर्नल प्रो.एसएस. सारंगदेवोत का रहा जिसमे उन्होंने जलवायु परिवर्तन के प्रति जागरूकता बढ़ाना और ग्रह की रक्षा के लिए कार्रवाई करने के लिए प्रेरित करना प्रमुख उद्देश्य बताया।
इस अवसर पर प्रो.सारंगदेवोत ने कहा कि यह हर साल मार्च के अंतिम शनिवार को रात 8:30 बजे से 9:30 बजे तक मनाया जाता है।इस दौरान लोग एक घंटे के लिए गैर-ज़रूरी लाइटें बंद करते हैं, जो पृथ्वी के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि राजस्थान विद्यापीठ भी पृथ्वी को बचाने के लिए इस जागरूकता के कार्यक्रम में कृत संकल्पित रूप से जुड़ा है। उन्होंने कहा कि यह एक वैश्विक आंदोलन है जो लोगों को पर्यावरण के मुद्दों पर कार्रवाई करने और ग्रह की रक्षा करने के लिए एकजुट करता है।
कुलपति प्रो सारंगदेवोत ने अर्थ ऑवर डे के इस वर्ष के नारे "द पावर ऑफ नेचर" (The Power of Nature) को समाज के बीच आकर्षण और जागरूकता का केंद्र स्थापित कर वैश्विक समाज को जागरूक रहने का आह्वान किया।
इस अवसर पर डीन डॉ.जीके माथुर ने कहा कि बिजली और पानी के बारे में जागरूकता के लिए यह दिवस दुनिया के 192 देशों में मनाया जाता है। रात को 8.30 से 9.30 बजे तक लाइट बंद कर दी जाएंगी।
 कुलपति कर्नल प्रोफेसर एसएस सारंगदेवोत के निर्देश पर इसे सभी कॉलेजों के संकाय, कर्मचारी और छात्र मनाएंगे।
इस अवसर पर कुलाधिपति भंवरलाल गुर्जर, कुलसचिव डॉ तरुण श्रीमाली, पीठ स्थविर डॉ कौशल नागदा ने भी इसकी गंभीरता और आवश्यकता पर बल दिया।इसके साथ एनएस सोलंकी, आईजे माथुर, पूर्व सरपंच नाना लालजी भोपाखेड़ी और बड़ी संख्या में किसानों ने भाग लिया।


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