दस दिवसीय शोध पद्धति पर राष्ट्रीय कार्यशाला का शुभारंभ

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Published on : 18 Mar, 25 18:03

शबनम बानों

दस दिवसीय शोध पद्धति पर राष्ट्रीय कार्यशाला का शुभारंभ

संगम विश्वविद्यालय, भीलवाड़ा में आईसीएसएसआर प्रायोजित दश दिवसीय शोध पद्धति पर प्रशिक्षण कार्यशाला का शुभारंभ किया गया। कार्यशाला के मुख्य अतिथि विधि आयोग के पूर्व सदस्य प्रोफेसर आनंद पालीवाल थे जिन्होंने वासुदेव कुटुंबकम् व सर्वे भवंतु सुखिनः के आदर्श को आधार मानते हुए शोध कार्य को बढ़ावा देने पर जोर दिया । कार्यक्रम की अतिथि प्रोफेसर अमरेंद्र पानी सह निदेशक शोध एआईयू ने युवा वर्ग को शैक्षणिक कार्य में आगे बढ़ते हुए शोध के नए आयाम के बारे में जानकारी प्रदान करी।कार्यक्रम अतिथि डॉ राजकुमार चतुर्वेदी प्राचार्य एमएलवी कॉलेज भीलवाड़ा ने स्थानीय स्थल पर शोध को जोर देते हुए कहा कि हमें संस्कृति से जुड़कर शोध के आयाम को बढ़ावा देना चाहिए। संगम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर करुणेश सक्सेना ने सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए समाज में ज्ञान व शोध की उत्कृष्टता को समझाया। उप कुलपति प्रोफेसर मानस रंजन पाणिग्रही ने आज के समय की शोध की जटिलताओं को सरल भाषा में समझाया। विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रोफेसर राजीव मेहता ने कार्यशाला के सफल संचालन के लिए शुभकामनाएं। प्रदान की।कार्यशाला के उपनिदेशक व अधिष्ठाता प्रबंध संकाय डॉ मुकेश कुमार शर्मा ने 10 दिवसीय शोध कार्यशाला की रूपरेखा से अवगत कराया और स्वागत उद्बोधन किया। कार्यशाला के निदेशक डा तनुजा सिंह ने सभी का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ कल्पना बदलानी व डॉ नेहा सभरवाल ने किया। 
कार्यक्रम के दौरान डॉ
सुरभि बिरला, डॉ संदीप चौरसिया, डॉ नेहा अजमेरा, सुभाष चौधरी, किशन टॉक, मिनहाजुल करीम, कृष्ण नवल, डा साहिल और संगम विश्वविद्यालय के अन्य शिक्षक गण उपस्थित थे।
 


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