उदयपुर। पैसिफिक एकेडमी ऑफ हायर एजुकेशन एंड रिसर्च यूनिवर्सिटी में पैसिफिक स्कूल ऑफ लॉ के वूमेन सेल ने फैकल्टी ऑफ एजुकेशन के सहयोग से महिला एवं जेंडर से संबंधित सतत विकास लक्ष्यों पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया। यह कार्यशाला विशेष रूप से लैंगिक असमानता और सुधार पर केंद्रित रही।
कार्यशाला का आरंभ डॉण् के एस व्यास, डीन फैकल्टी ऑफ एजुकेशन के स्वागत भाषण से हुआ। इसके पश्चात प्रोण् बी पी शर्मा, ग्रुप प्रेसिडेंट पैसिफिक ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस ने उद्घाटन भाषण दिया और प्रोण् हेमंत कोठारी, प्रेसिडेंट पैसिफिक एकेडमी ऑफ हायर एजुकेशन एंड रिसर्च यूनिवर्सिटी ने अध्यक्षीय संबोधन प्रस्तुत किया।
पहले सत्र में लैंगिक समानता एवं सतत विकास लक्ष्यों पर चर्चा हुई जिसमें वक्ता के रूप में प्रोण् विजयलक्ष्मी चौहान, पूर्व निदेशक यूजीसी सेंटर फॉर वूमेन स्टडीज मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय उदयपुर उपस्थित रहीं। दूसरे सत्र में बाल संरक्षण और सामाजिक समावेशन विषय पर श्रीमती सिंधु बिनुजीथ, डिविजनल कंसल्टेंट चाइल्ड प्रोटेक्शन यूनिसेफ इंडिया उदयपुर डिवीजन ने अपने विचार व्यक्त किए।
कार्यशाला के समापन पर डॉण् पुष्पा मेहडू, प्रिंसिपल पैसिफिक स्कूल ऑफ लॉ ने धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम का संचालन श्रीमती कृपा जैन, सहायक प्राध्यापक पैसिफिक स्कूल ऑफ लॉ ने किया तथा कार्यशाला का समन्वयक डॉण् रत्ना सिसोदिया, एसोसिएट प्रोफेसर पैसिफिक स्कूल ऑफ लॉ द्वारा किया गया। इस अवसर पर पैसिफिक स्कूल ऑफ लॉ और फैकल्टी ऑफ एजुकेशन के समस्त संकाय सदस्य उपस्थित रहे, जिनमें डॉण् हेमंत पंड्या, प्रिंसिपल कॉलेज ऑफ फिजिकल एजुकेशन और डॉण् कपिलेश तिवारी, प्रिंसिपल कॉलेज ऑफ टीचर्स एजुकेशन विशेष रूप से शामिल थे।