उदयपुर, नेशनल मेडिकोज ऑर्गेनाइजेशन (एनएमओ) की ओर से रवीन्द्रनाथ टैगोर मेडिकल कॉलेज, उदयपुर में 1 व 2 मार्च 2025 को दो दिवसीय नेशनल कांफ्रेंस का आयोजन किया जा रहा है।
कॉन्फ्रेंस के चेयरपर्सन डॉ. राजेश मलिक ने इस 44वीं राष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस में देश भर के 2500 प्रतिष्ठित और प्रशिक्षु चिकित्सक शामिल होंगे जो चिकित्सा क्षेत्र में अपने अनुभव साझा करेंगे। उन्होंने कहा कि कॉन्फ्रेंस में एनएमओ द्वारा भारत के अपने संपूर्ण कार्य क्षेत्र का विस्तृत विवेचन किया जाएगा। साथ ही, समाज में एनएमओ किस—किस प्रकार से मददगार साबित हो सकता है, इस पर भी चर्चा की जाएगी और सेवा का संकल्प लिया जाएगा।
कॉन्फ्रेंस के ऑर्गेनाइजिंग सेक्रेटरी डॉ. नरेंद्र जोशी ने बताया कि कॉन्फ्रेंस मे डॉक्टर्स एवं मेडिकल/डेंटल स्टूडेंट्स के लिए वर्कशॉप, साइंटिफिक प्रेजेंटेशन, क्विज के साथ ही साइकिल यात्रा, सांस्कृतिक कार्यक्रम की रूपरेखा तय की गई है। साइकिल यात्रा 28 फरवरी को अनंता हॉस्पिटल से हल्दीघाटी होते हुए नाथद्वारा तक जाएगी।
डॉ मलिक ने बताया कि 1 मार्च को शुरू होने वाले राष्ट्रीय सेमिनार के उद्घाटन समारोह में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला एवं राजस्थान के राज्यपाल महामहिम हरिभाऊ बागड़े , राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय सह संपर्क प्रमुख रमेश पप्पा तथा राजस्थान क्षेत्र के क्षेत्र संघचालक डॉ रमेश अग्रवाल का सान्निध्य रहेगा व 2 मार्च को समापन में पंजाब के राज्यपाल गुलाबचंद कटारिया, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भरतीय प्रचारक प्रमुख स्वत रंजन का सान्निध्य रहेगा।
कांफ्रेंस में 2 दिन में विभिन्न सत्र होंगे जिसमें चिकित्सा क्षेत्र में कार्य कर रहे छात्रों के वैज्ञानिक दृष्टिकोण से जुड़े पत्रवाचन होंगे। उल्लेखनीय है कि एनएमओ की स्थापना काशी में 1977 में हुई थी। एनएमओ का उद्देश्य डॉक्टरों और मेडिकल और डेंटल छात्रों के बीच सामाजिक संबंध को बढ़ाकर चिकित्सा और स्वास्थ्य से जुड़े मुद्दों पर जागरूकता फैलाना है।