(mohsina bano)
उदयपुर। जय एकलिंगनाथ राष्ट्रीय सेवा संगठन द्वारा अक्षय तृतीया के अवसर पर सर्व समाज के निर्धन व जरूरतमंद जोड़ों का सामूहिक विवाह आयोजित किया जाएगा। अब तक 11 जोड़ों का पंजीकरण हो चुका है और प्रक्रिया जारी है। यह विवाह दहेज मुक्त होगा, और सभी जोड़े आठवें वचन के रूप में "बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ" का संकल्प लेंगे।
संगठन के संस्थापक अध्यक्ष आकाश बागड़ी ने बताया कि 2 फरवरी को खटीक समाज राष्ट्रीय संगठन के सहयोग से 27 जोड़ों का सामूहिक विवाह सफलतापूर्वक संपन्न होने के बाद, अब सर्व समाज के सामूहिक विवाह का जिम्मा लिया गया है। इस आयोजन के लिए ऐसे जोड़ों को चुना जा रहा है जो वास्तव में जरूरतमंद हैं और विवाह उनके लिए एक आर्थिक भार बना हुआ है। शहर और ग्रामीण क्षेत्रों की विभिन्न बस्तियों से ऐसे जोड़ों का चयन किया गया है।
बागड़ी ने बताया कि लक्ष्य 21 जोड़ों का रखा गया है, जो जल्द ही पूरा हो जाएगा। अधिक जोड़े होने की स्थिति में संगठन की बैठक में निर्णय लिया जाएगा। विवाह में किसी भी प्रकार की दहेज सामग्री न लेने-देने का संकल्प रहेगा, क्योंकि संगठन दहेज मुक्त समाज की दिशा में कार्यरत है। साथ ही, सभी जोड़े "बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ" का संकल्प लेंगे।
उन्होंने बताया कि जय एकलिंगनाथ राष्ट्रीय सेवा संगठन शिक्षा, चिकित्सा और पर्यावरण के साथ बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान में भी सक्रिय है। अब तक संगठन दो जरूरतमंदों को आर्थिक सहयोग दे चुका है और 11 बेटियों को गोद लेकर उनकी शिक्षा की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा, ग्रामीण क्षेत्रों में 500 से अधिक स्कूली बच्चों को शिक्षा किट वितरित किए गए हैं।