(mohsina bano)
उदयपुर। देश की पहली आदिवासी राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू के अपमान को लेकर राज्यसभा सांसद सोनिया गांधी और निर्दलीय सांसद पप्पू यादव के बयानों के विरोध में सोमवार को राज्यसभा एवं लोकसभा के जनजाति सांसदों ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और राज्यसभा के सभापति जगदीप धनकड को ज्ञापन दिया। सांसदों ने इन दोनों नेताओं के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
जनजाति सांसदों का दल वरिष्ठ सांसद फग्गन सिंह कुलस्ते के नेतृत्व में था, जिसमें उदयपुर के सांसद मन्नालाल रावत भी शामिल थे। प्रतिनिधिमंडल में विभिन्न राज्यों के जनजाति सांसद उपस्थित थे। सांसदों ने कहा कि सोनिया गांधी और पप्पू यादव ने राष्ट्रपति मुर्मू के साथ पूरे जनजाति समुदाय का अपमान किया है।
सांसद मन्नालाल रावत ने कहा कि कांग्रेस द्वारा राष्ट्रपति मुर्मू का लगातार अपमान किया जा रहा है, और यह आदिवासी विरोधी मानसिकता है। उन्होंने कांग्रेस से पूछा कि आदिवासियों से इतनी नफरत क्यों है? रावत ने कहा कि कांग्रेस और इंडी-गठबंधन भारत के संविधान, नागरिकों और आदिवासियों का अपमान कर रहे हैं।
उन्होंने कांग्रेस नेताओं के बयानों का विरोध करते हुए कहा कि ये बयान दिखाते हैं कि आदिवासी राष्ट्रपति और आदिवासियों के प्रति कांग्रेस नेताओं की क्या भावना है।