संगम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. करूणेश सक्सेना का मानना है कि शिक्षा के गिरते स्तर को सुधारने के लिए समाज को सक्रिय रूप से आगे आना होगा। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार, शिक्षा और शिक्षकों की सामूहिक जिम्मेदारी तय किए बिना अपेक्षित परिणाम प्राप्त करना मुश्किल है। हाल ही में डॉ. मुनेश अरोड़ा से एक विशेष भेंट में प्रो. सक्सेना ने विश्वविद्यालय की शिक्षा की गुणवत्ता, प्लेसमेंट के अवसर और समग्र छात्र विकास में हुई प्रगति पर चर्चा की।
शिक्षा और प्लेसमेंट में महत्वपूर्ण प्रगति
संगम विश्वविद्यालय ने शिक्षा और प्लेसमेंट के क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति की है। हाल ही में विश्वविद्यालय को भारतीय समाज विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICSSR) से ₹5.5 लाख का अनुदान प्राप्त हुआ है, जिससे राष्ट्रीय स्तर की कार्यशाला आयोजित की जाएगी। विश्वविद्यालय को A+ ग्रेड प्राप्त होने के कारण इसे MTC (मैनेजमेंट ट्रेनिंग एंड सर्टिफिकेशन) कार्यक्रम में साझेदार बनाया गया है, जिससे विश्वविद्यालय और आसपास के शिक्षकों को लाभ होगा।
प्लेसमेंट और उद्यमिता के क्षेत्र में पहल
संगम विश्वविद्यालय ने छात्रों के लिए प्रभावी प्लेसमेंट कार्यक्रम शुरू किए हैं। इसके लिए सेंटर फॉर एंटरप्रेन्योरशिप एंड स्किल डेवलपमेंट की स्थापना की गई है, जहां छात्रों को मॉक इंटरव्यू, ग्रुप डिस्कशन और प्री-प्लेसमेंट ट्रेनिंग दी जाती है। इस वर्ष, 50% से अधिक छात्रों का प्लेसमेंट हो चुका है, जिसमें कई छात्रों को इंटर्नशिप के बजाय सीधी नौकरी प्राप्त हुई है।
स्वास्थ्य क्षेत्र में विस्तार और नए कोर्स
कोविड-19 के बाद स्वास्थ्य क्षेत्र की बढ़ती मांग को देखते हुए विश्वविद्यालय ने बीएससी नर्सिंग, बीएससी नियोनेटोलॉजी और फिजियोथेरेपी जैसे नए पाठ्यक्रम शुरू किए हैं। इसके लिए स्कूल ऑफ एप्लाइड हेल्थ साइंसेज की स्थापना की गई है। संगम विश्वविद्यालय नेपाल सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त पहला भारतीय विश्वविद्यालय है, जिससे नेपाल के विद्यार्थी यहां शिक्षा प्राप्त करने आते हैं।
आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों के लिए छात्रवृत्तियां
संगम समूह के संस्थापक अध्यक्ष श्री रामपाल सोनी का उद्देश्य आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के छात्रों को उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा प्रदान करना है। इसके तहत प्रत्येक वर्ष ₹1 करोड़ से अधिक की छात्रवृत्तियां वितरित की जाती हैं, जिससे ऐसे छात्रों को शिक्षा प्राप्त करने और बेहतर भविष्य संवारने का अवसर मिलता है।
खेलों और अन्य गतिविधियों में सक्रियता
संगम विश्वविद्यालय विद्यार्थियों के समग्र विकास पर भी ध्यान देता है। अनुराग सोनी के नेतृत्व में क्रिकेट और अन्य खेलों को बढ़ावा दिया जा रहा है। पिछले वर्ष संगम प्रीमियर लीग का आयोजन किया गया, जिसमें कर्मचारियों ने भी भाग लिया।
शिक्षा की गुणवत्ता और परीक्षा प्रणाली में सुधार
प्रो. सक्सेना ने राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) में पारदर्शिता और निष्पक्षता लाने की आवश्यकता पर जोर दिया और यूपीएससी जैसे उच्च मानक वाले प्रणाली को अपनाने की सलाह दी। इसके साथ ही विश्वविद्यालय ने छात्रों की उपस्थिति बढ़ाने के लिए कड़े कदम उठाए हैं, जिससे कक्षाओं में छात्रों की संख्या में वृद्धि हुई है।
प्रायोगिक अनुभव के लिए प्रयास
संगम विश्वविद्यालय ने शिक्षा को केवल कक्षा तक सीमित नहीं रखा है, बल्कि छात्रों को व्यावहारिक अनुभव देने के लिए कई कदम उठाए हैं। हाल ही में विश्वविद्यालय ने मुंबई स्थित बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का स्टडी टूर आयोजित किया, जिससे छात्रों को वास्तविक व्यापारिक गतिविधियों का अनुभव प्राप्त हुआ।
संगम विश्वविद्यालय निरंतर प्रगति कर रहा है और विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, प्रभावी प्लेसमेंट और समग्र विकास के अवसर प्रदान कर रहा है।