राजस्थान, अपनी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और इतिहास के लिए प्रसिद्ध, अब औद्योगिक क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण प्रगति कर रहा है। राज्य ने कई प्रतिष्ठित उद्योगपतियों को जन्म दिया है, जिनमें से कई ने मुंबई को अपने व्यापार का केंद्र बनाया है। इन उद्योगपतियों ने न केवल राजस्थान की अर्थव्यवस्था में योगदान दिया है, बल्कि राज्य को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी पहचान दिलाई है।
मोतिलाल ओसवाल (ओसवाल ग्रुप)
राजस्थान के प्रसिद्ध उद्योगपति और निवेशक मोतिलाल ओसवाल, मोतिलाल ओसवाल ग्रुप के संस्थापक और अध्यक्ष हैं। उनकी नेतृत्व क्षमता ने इस वित्तीय सेवा समूह को ब्रोकरेज, एसेट मैनेजमेंट, इन्वेस्टमेंट बैंकिंग और प्राइवेट इक्विटी क्षेत्रों में विस्तारित किया है।
आनंद राठी (आनंद राठी ग्रुप)
आनंद राठी, राजस्थान से संबंध रखने वाले एक और प्रमुख व्यवसायी हैं, जिन्होंने आनंद राठी ग्रुप की स्थापना की। यह समूह ब्रोकरेज, इन्वेस्टमेंट बैंकिंग, वेल्थ मैनेजमेंट और वित्तीय उत्पादों के वितरण में अग्रणी है।
कुमार मंगलम बिड़ला (आदित्य बिड़ला ग्रुप)
आदित्य बिड़ला ग्रुप के अध्यक्ष कुमार मंगलम बिड़ला ने अपने नेतृत्व में इस समूह को सीमेंट, कपड़ा, रसायन और दूरसंचार जैसे विभिन्न क्षेत्रों में विस्तार दिया है। उनकी दूरदर्शिता ने इस समूह को वैश्विक स्तर पर प्रतिष्ठा दिलाई है।
मंगल प्रभात लोढ़ा (लोढ़ा ग्रुप)
लोढ़ा ग्रुप के संस्थापक मंगल प्रभात लोढ़ा, भारत के सबसे बड़े रियल एस्टेट डेवलपर्स में से एक हैं। मुंबई, पुणे और लंदन में उनकी प्रतिष्ठित परियोजनाएं हैं, जिनमें लोढ़ा वर्ल्ड टावर्स और लोढ़ा अल्टामाउंट शामिल हैं।
मोफतराज पी. मुनोत (कल्पतरु ग्रुप)
कल्पतरु ग्रुप के संस्थापक मोफतराज मुनोत भी राजस्थान से हैं। उनका समूह मुंबई, ठाणे और पुणे में कई आवासीय और वाणिज्यिक परियोजनाओं के लिए जाना जाता है।
आदर्श होटल ग्रुप
आदर्श होटल ग्रुप, जिसकी स्थापना स्व. पुरषोत्तमदास एच. पुरोहित ने की थी, मुंबई के व्यवसायिक केंद्र कालबादेवी में अपनी उत्कृष्ट सेवा और आतिथ्य के लिए जाना जाता है।
बाबुलाल भंसाली (भंसाली इंजीनियरिंग पॉलिमर्स लिमिटेड)
मूल रूप से राजस्थान के रहने वाले बाबुलाल भंसाली ने मुंबई में कई उद्योगों की स्थापना की। वे कपड़ा, रियल एस्टेट और हेल्थकेयर क्षेत्रों में महत्वपूर्ण योगदान के लिए जाने जाते हैं।
मुंबई में बसे इन राजस्थानियों ने न केवल अपने-अपने उद्योगों को ऊंचाइयों तक पहुंचाया है, बल्कि अपने गृह राज्य के विकास में भी योगदान दिया है। कई उद्योगपतियों ने राजस्थान में विभिन्न परियोजनाओं में निवेश किया है, जिससे रोजगार के अवसर बढ़े हैं और राज्य की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिली है।
राजस्थान सरकार भी इन उद्यमियों के योगदान को मान्यता देती है और कई उद्योगपतियों को "राजस्थान रत्न" पुरस्कार से सम्मानित कर चुकी है। इन उद्योगपतियों की उद्यमशीलता, नेतृत्व और सामाजिक योगदान आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणास्रोत बने रहेंगे।