महिला टेक्नीशियन ने विधायक के घर लगाया स्मार्ट मीटर, कहा बेटियों को लेकर माता-पिता बदलें नजिरया

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Published on : 23 Jan, 25 09:01

महिला टेक्नीशियन ने विधायक के घर लगाया स्मार्ट मीटर, कहा बेटियों को लेकर माता-पिता बदलें नजिरया

सुरत: आधुनिकता और बदलाव को सबसे पहले अपनाने वाला गुजरात ऊर्जा के क्षेत्र में क्रांति लाने वाले स्मार्ट मीटर को भी बड़ी तेजी से अपनाने लगा है। इसे अपनाने में जनप्रतिनिधि सबसे आगे आ रहे हैं। इसी क्रम में वालासाड विधानसभा से विधायक भरतभाई किकूभाई पटेल ने अपने घर पर स्मार्ट मीटर इंस्टाल करवाया। उन्होंने आम लोगों से भी अपील करते हुए कहा कि स्मार्ट मीटर ऊर्जा के क्षेत्र में एक क्रांतिकारी बदलाव है, जो बिजली उपभोक्ताओं के बिजली उपयोग का अधिकार देता है। हम अपनी ऊर्जा खपत को आसानी से देख और नियंत्रित कर सकते हैं। इसलिए सभी को स्मार्ट मीटर लगवाने के लिए आगे आना होगा, तभी गुजरात के विकास की गाड़ी और तेजी से चल सकेगी। 
विधायक भरतभाई किकूभाई पटेल के घर स्मार्ट मीटर इंस्टालेशन के दौरान चर्चा के केंद्र रही महिला फील्ड टेक्नीशियन उजाला रमेशभाई पटेल। उजाला का जीवन उन तमाम लड़कियों के लिए प्रेरणा जो मजबूरी के नाम पर स्कूली शिक्षा बीच में ही छोड़कर घर बैठ जाती हैं। वहीं उजाला ने हार नहीं मानी और इलेक्ट्रीशियन की पढ़ाई पूरी की। उजाला की मेहनत रंग लाई और अबतक जहां फील्ड टेक्नीशियन के काम को लड़कों के लिए ही माना जाता था, वहीं उजाला टेक्नीशियन बनकर स्मार्ट मीटर तो लगा ही रही हैं। साथ ही वह महिला सशक्तीकरण का संदेश भी दे रही हैं कि आज अंतिरक्ष में पहुंचने से लेकर टेक्नीशियन समेत किसी भी काम में महिलाएं पुरुषों से पीछे नहीं हैं।  उजाला ने शनिवार को वालासाड विधानसभा से विधायक भरतभाई किकूभाई पटेल के घर पर स्मार्ट मीटर इंस्टाल किया।
इस मौके पर उजाला कहती हैं कि यह मेरे लिए गर्व की बात है कि मैं आत्मनिर्भर हूं और फील्ड टेक्नीशियन के रूप में अपनी पहचान बना रही हूं। इससे भी बड़ी बात यह है कि इस काम की वजह से ही आज मुझे जनप्रतिनिधि के घर पर स्मार्ट मीटर लगाने का अवसर मिला। उजाला लड़कियों को लेकर समाज की सोच को बदलने की बात भी कहती हैं। उनका कहना है कि कई करणों से आज भी गांवों में लड़कियां अपनी पढ़ाई पूरी नहीं कर पाती हैं। इसके लिए माता-पिता भी जिम्मेदार हैं। क्योंकि, कक्षा 8वीं या 10वीं के बाद अपनी बेटियों को घर बैठा देते हैं या उसकी शादी कर देते हैं। मैं इस मामले में सौभाग्यशाली हूं कि मेरे माता-पिता ने मुझे मेरे मन के मुताबिक शिक्षा पाने और नौकरी करने में मेरा साथ दिया है। उजाला कहती हैं कि सभी माता-पिता को अपना नजिरया बदलने की जरूरत है। तभी लड़कियां आत्मनिर्भर हो सकती हैं और सही मायने में महिला सशक्तकरण का उद्देश्य पूरा हो सकता है। सिर्फ सरकार के चाहने से कुछ नहीं होगा, इस बदलाव के लिए समाज को आगे आना होगा। 
आपको बता दें कि स्मार्ट मीटर ऊर्जा संरक्षण के क्षेत्र में एक क्रांति की तरह बनकर आया है। केंद्र सरकार की इस जन-हितैषी योजना को देश के सभी राज्य आगे आकर अपना रहे हैं। आमलोगों को स्मार्ट मीटर को लेकर विश्वास बढ़े इसलिए जनप्रतिनिधि सबसे पहले अपने घरों में इसे लगवा रहे हैं। भरतभाई किकूभाई पटेल का प्रयास भी इसी दिशा में बढ़ाया गया कदम है।


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