भीलवाड़ा (राजकुमार जैन), हर वर्ष की भांति, इस वर्ष भी संगम विश्वविद्यालय, भीलवाड़ा में नवाचार का महाकुंभ जुगाड़ मेला 2.0 का आयोजन किया जा रहा है। इस वर्ष इसका विषय "नवाचार – भारतीय तरीका" है।
कार्यक्रम के संयोजक प्रोफेसर आर. के. सोमानी ने बताया कि इस मेले का मुख्य उद्देश्य विज्ञान और तकनीकी क्षेत्र में बाल प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करना है। यह आयोजन विज्ञान भारती और संगम विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में किया जा रहा है। मेले के अंतर्गत एक दिवसीय विज्ञान मॉडल प्रतियोगिता (जुगाड़ मेला – वेस्ट बेस्ट) का आयोजन किया जाएगा, जिसमें विभिन्न विद्यालयों और संस्थानों के विद्यार्थियों द्वारा तकनीकी, ड्रोन, रोबोटिक्स और कृषि संबंधी 200 से अधिक प्रोजेक्ट्स प्रदर्शित किए जाएंगे।
1000 से अधिक छात्र-छात्राओं, शिक्षकों और मेंटर्स के भाग लेने की संभावना है। विजेताओं को संगम ITBI द्वारा उद्यमिता को प्रोत्साहित करने के लिए नकद पुरस्कार और ट्रॉफी प्रदान की जाएगी।
कार्यक्रम की विशेषताएं
संगम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर करुणेश सक्सेना ने बताया कि इस जुगाड़ मेले का उद्देश्य छात्रों को विज्ञान और तकनीकी में रुचि बढ़ाने के साथ-साथ नए नवाचारों को उद्योगों में लागू करने के लिए प्रेरित करना है।
इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि संगम इंडिया लिमिटेड के वाइस चेयरमैन डॉ. एस.एन. मोदानी होंगे। कार्यक्रम में कक्षा 9 से 12 तक के विद्यार्थियों के साथ-साथ सरकारी, निजी और आईटीआई संस्थानों के छात्र-छात्राएं भी भाग ले सकते हैं।
संगम विश्वविद्यालय के मार्केटिंग हेड डॉ. अमित जैन ने कहा कि यह मेला उन छात्रों के लिए एक सुनहरा अवसर प्रदान करेगा जो विज्ञान और तकनीकी के क्षेत्र में अपनी पहचान बनाना चाहते हैं। इस प्रतिस्पर्धा में भाग लेने वाले छात्रों को अपनी प्रतिभा प्रदर्शित करने और नवाचार के क्षेत्र में नए आयाम स्थापित करने का मौका मिलेगा।
प्रमुख तैयारियां
कार्यक्रम की तैयारियों का जायजा लेते हुए संगम विश्वविद्यालय के उपकुलपति प्रोफेसर मानस रंजन पाणिग्रही और रजिस्ट्रार प्रोफेसर राजीव मेहता ने आयोजन टीम को शुभकामनाएं दीं और जुगाड़ मेले की सफलता की कामना की।
जुगाड़ मेला 2.0 विज्ञान, तकनीकी और नवाचार के क्षेत्र में रुचि रखने वाले छात्रों के लिए एक आदर्श मंच साबित होगा, जहां वे अपने प्रोजेक्ट्स को प्रस्तुत कर अपने भविष्य को दिशा दे सकेंगे।