महिला को 22 नवंबर 2024 को सीने में दर्द की शिकायत पर स्थानीय सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उनकी हालत गंभीर हो गई। बेहोशी की स्थिति में उन्हें सीपीआर देकर वेंटिलेटर पर लिया गया। बाद में उनके रिश्तेदार बेहतर इलाज के लिए उन्हें अहमदाबाद के कॉर्पोरेट अस्पताल ले गए, जहां उन्हें निमोनिया और एक्यूट किडनी इंजरी (AKI) से जूझना पड़ा। डायलिसिस और ट्रेकियोस्टोमी के बावजूद सुधार न होने पर परिजन ने उन्हें पीएमसीएच लाने का निर्णय लिया।
पीएमसीएच के नेफ्रोलॉजिस्ट डॉ. मोहित नरेडी, डॉ. ध्रुविल, डॉ. अतुल और डॉ. हैप्पी सहित आईसीयू टीम के डॉक्टरों—डॉ. ताशा पुरोहित, डॉ. रश्मि अरोड़ा, डॉ. रविंद्र—ने गहन प्रयास किया। आईसीयू टीम के सदस्यों मोईन खान, नरेंद्र, दिलीप, दिनेश, राकेश, जाहिद ने भी इलाज में सहयोग दिया।
लगभग दो महीने तक आईसीयू में रहने और उत्कृष्ट इलाज के बाद महिला की हालत में उल्लेखनीय सुधार हुआ। दो सप्ताह पहले ट्रेकियोस्टोमी ट्यूब हटा दी गई, और आज उन्हें छुट्टी दे दी गई।
डॉ. ताशा पुरोहित ने बताया कि महिला ने साहस और धैर्य का परिचय दिया, वहीं टीम की मेहनत और देखभाल से यह संभव हो पाया। महिला के रिश्तेदारों ने डॉक्टरों और अस्पताल टीम का आभार व्यक्त किया।