सर्वसमाज के शिक्षकों का सम्मान करना जनजाति समाज ने सिखाया अर्जुनलाल मीणा
उदयपुर। 11वां आचल स्तरीय जनजाति प्रतिभा सम्मान एवं सर्व समाज शिक्षक गौरव समारोह उदयपुर में 9 फरवरी, रविवार को आयोजित किया जाएगा। इसके लिए श्री मेवाड-वागड़-मालवा जनजाति विकास संस्थान की एक महत्वपूर्ण बैठक किसान भवन में प्रभु लाल डिंडोर के अध्यक्षता में सम्पन्न हुई।
बैठक को संबोधित करते हुए संस्थान के केंद्रीय संयोजक एवं उदयपुर सांसद डॉ. मन्नालाल रावत ने कहा कि प्रतिभाएं राष्ट्र की धरोहर है एवं इनकी खोज, संरक्षण, प्रोत्साहन एवं एक मंच पर लाना हम सभी का कर्तव्य है। इससे ही भावी नेतृत्व तैयार होता है. समाज में सकारात्मक गतिविधियां बढ़ती है एवं सकल एकता तत्व भी मजबूत होता है।
इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अंतर सिंह आर्य, अध्यक्ष राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग नई दिल्ली होंगे। साथ ही विशिष्ट अतिथि दुर्गा दास उईके, केंद्रीय जनजाति कार्य मंत्री, बाबूलाल खराड़ी कैबिनेट मंत्री राजस्थान सरकार एवं हेमंत मीणा राजस्व मंत्री राजस्थान सरकार रहेंगे।
पूर्व सांसद एवं संस्थान के संस्थापक रघुवीरसिंह मीणा ने बताया कि हमें भामाशाह भी बनना है, क्योंकि कण-कण से मण होता है। उनके अनुसार समाज के वरिष्ठ जन को मिलकर ऐसा प्रेरक कार्यक्रम का आयोजन करना है। साथ ही राजनीतिक चिंतन से ऊपर उठकर प्रतिभाओं को आगे लाने के अधिकाधिक कार्यक्रम किये जाने चाहिए। संस्थान का इस प्रकार के कार्यों का एक पुरा रिकॉर्ड है।
बैठक को संबोधित करते हुए पूर्व सांसद एवं संस्थान के संरक्षक अर्जुन लाल मीणा के अनुसार किसी कार्यक्रम की निरंतरता से ही उसकी सफलता चरितार्थ होती है। उनके अनुसार युवाओं के लिए केंद्रित यह कार्यक्रम सर्व समाज में भी चर्चा में है, और इसे जन सहयोग से किया जाना चाहिए।
बैठक की अध्यक्षता करते हुए पीएल डिंडोर ने बताया कि इस कार्यक्रम में मेवाड़ वागड-मालवा अंचल के 9 जिलों के 500 से अधिक प्रतिभाओं एवं 50 से अधिक शिक्षकों का सम्मान किया जाएगा। इस कार्यक्रम के आयोजन में विषय विशेषज्ञों द्वारा युवाओं को प्रेरित करने वाले उद्बोधन होंगे।
कार्यक्रम में 11वें अंचल स्तरीय आयोजन के पोस्टर का विमोचन भी किया गया। कार्यक्रम का संचालन सीबी मीणा ने किया। इस अवसर पर कार्यक्रम के प्रभारी भरत परमार, निरंजन दरंगा, डॉ. थावरचंद डामोर, लालू राम गरासिया, खेमराज परमार, राजेश कटारा, बलदेव दरंगा, केशु लाल मीणा, संतोष परमार, डॉ दीपक निनामा, डॉ. केसरीमल निनामा सहित 8 जिलों के 150 से अधिक प्रतिनिधि सम्मिलित हुए।