कोटा, पुलिस की सख्ती और लगातार कार्रवाई के बावजूद कोटा में चाइनीज मांझे का खेल थमने का नाम नहीं ले रहा है। मकर संक्रांति के मौके पर चाइनीज मांझे से पतंगबाजी जोरों पर रही, जिससे पांच दर्जन लोग घायल हो गए। पुलिस की सख्ती के बाद भी यह मांझा ब्लैक मार्केट में दोगुने दामों पर बेचा गया।
घंटाघर और अन्य इलाकों में चाइनीज मांझे की ब्लैक मार्केटिंग जोरों पर थी। डिप्टी पुलिस सुपरिटेंडेंट राजेश कुमार टेलर ने अपनी टीम के साथ अभियान चलाकर चाइनीज मांझा बेचने वालों को गिरफ्तार किया और उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की। बावजूद इसके, इस धारदार मांझे का उपयोग पतंग उड़ाने में जारी रहा।
एक खतरनाक अनुभव
आज दोपहर करीब 3 बजे भदाना की पुलिया के पास चाइनीज मांझा मेरे चेहरे और आंख के पास से गुजरा, जिससे गहरा कटाव हो गया। गनीमत रही कि मफलर पहनने के कारण मेरी गर्दन कटने से बच गई। पहली बार महसूस हुआ कि चाइनीज मांझा धारदार चाकू से भी खतरनाक है, जो शरीर को गहरे जख्म दे सकता है।
साझा प्रयास की आवश्यकता
यह स्पष्ट है कि केवल पुलिस की सख्ती से इस समस्या का समाधान नहीं हो सकता। आम जनता को भी जागरूक होना होगा। हमें न केवल चाइनीज मांझा खरीदने से बचना चाहिए, बल्कि इसकी बिक्री की सूचना तुरंत पुलिस को देनी चाहिए। सामूहिक प्रयास से ही इस खतरनाक मांझे पर रोक लगाई जा सकती है।