सोचना, विचारना एवं मंथन करना ही जुझारू व्यक्तित्व को जन्म देता है - विधायक ताराचंद जैन

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Published on : 10 Jan, 25 12:01

जीवन में व्यक्ति की उत्कृष्टता उसकी सोच, उपयुक्त शब्द चयन एवं तर्क शक्ति के प्रयोग से ही जानी जाती है- प्रो.सारंगदेवोत

सोचना, विचारना एवं मंथन करना ही जुझारू व्यक्तित्व को जन्म देता है - विधायक ताराचंद जैन

भूपाल नोबल्स  स्नातकोत्तर महाविद्यालय में राज्य स्तरीय वाद-विवाद प्रतियोगिता का भव्य आयोजन। चल वैजयंती फैकेल्टी आफ एजुकेशन बीएन को, प्रथम पुरस्कार दिव्यांगना राणावत ने जीता 
उदयपुर 10 जनवरी: भूपाल नोबल्स स्नातकोत्तर महाविद्यालय में राव बहादुर ठाकुर राज सिंह बेदला स्मृति अखिल राजस्थान हिंदी वाद विवाद प्रतियोगिता का आयोजन दीप प्रज्वलन के साथ किया गया। राज्य स्तरीय इस आयोजन में शहर विधायक ताराचंद जैन ने उपस्थित सभी प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए कहा कि ज्वलंत मुद्दों पर होने वाली प्रतियोगिताएं छात्रों को शिक्षा के साथ-साथ समाज और देश के प्रति अपनी जिम्मेदारी तय करना भी सिखाती है, साथ ही सोचना, विचारना एवं मंथन करना जुझारू व्यक्तित्व की पहचान है। अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में विश्वविद्यालय चेयरपर्सन कर्नल प्रो शिव सिंह सारंगदेवोत ने बौद्धिक कुशलता एवं ज्ञान की पराकाष्ठा पर अपने विचार व्यक्त करते हुए व्यक्तित्व की उत्कृष्टता पर जोर दिया उन्होंने कहा कि विषय पर गहराई से पकड़ तथा तर्कों के माध्यम से ही अपनी बात सभी के समक्ष प्रस्तुत कर पाएंगे। संस्थान सचिव डॉ महेंद्र सिंह आगरिया ने विद्यार्थियों द्वारा आत्महत्या जैसे कदम उठाने पर दुख व्यक्त करते हुए संवाद की कमी को रेखांकित किया, साथ ही संवाद का उद्देश्य पर जोर देते हुए बताया कि संवाद का उद्देश्य दबाव डालना नहीं अपितु सत्य को धैर्य से स्वीकार करना है यदि हम ऐसा नहीं कर पाए तो राष्ट्र की उन्नति अवरुद्ध हो जाएगी। ‌इस अवसर पर प्रबंध निदेशक मोहब्बत सिंह राठौड़, संयुक्त मंत्री राजेंद्र सिंह ताणा, कुलसचिव डॉ निरंजन नारायण सिंह राठौड़, नवल सिंह चुंडावत, महेंद्र सिंह पाखण्ड, महेंद्र सिंह सेमारी, मान सिंह चुंडावत, ओल्ड बोयज एसोसिएशन के सचिव भानु प्रताप सिंह उपस्थित रहे। विज्ञान संकाय अधिष्ठाता डॉ रेणू राठौड़ ने सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए राव बहादुर ठाकुर राज सिंह जी के व्यक्तित्व एवं कृतित्व को सभी के समक्ष प्रस्तुत किया। संयोजक डॉ चंद्र रेखा शर्मा ने‌ विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि इस प्रतियोगिता में प्रतिभागियों ने पक्ष एवं विपक्ष पर अपने विचार व्यक्त करते हुए युवा जोश का परिचय दिया। प्रतियोगिता में चल वैजयंती का विजेता महाविद्यालय फैकेल्टी आफ एजुकेशन बीएन विश्वविद्यालय उदयपुर रहा तथा प्रथम पुरस्कार दिव्यांगना राणावत, सामाजिक विज्ञान एवं मानविकी संकाय मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय, द्वितीय पुरस्कार हनी सिंह राठौड़ फैकल्टी ऑफ़ एजुकेशन बीएन महाविद्यालय एवं प्रज्वल सिंह तोमर बीएन स्नातकोत्तर महाविद्यालय  तथा तृतीय पुरस्कार भुवनेश श्रीहरि एसपीयू पीजी कॉलेज, फालना ने प्राप्त किया। प्रतियोगिता के निर्णायक मंडल में डॉ राजू सिंह, डॉ राजकुमार चौधरी एवं डॉ गिरिराज सिंह चौहान थे। इस अवसर पर अधिष्ठाता वाणिज्य संकाय डॉ राजेंद्र सिंह शक्तावत, अधिष्ठाता कला संकाय डॉ शिल्पा राठौड़, सहअधिष्ठाता विज्ञान संकाय डॉ रितु तोमर, प्रबंधन संकाय निदेशक डॉ रजनी अरोड़ा, जनसंपर्क अधिकारी डॉ के एस  राठौड़, सह अधिष्ठाता कला डॉ जे एस भाटी सहित सभी संकाय सदस्य उपस्थित रहे‌। कार्यक्रम का संचालन डॉ प्रवीणा राठौड़ एवं डॉ रीना मेहता द्वारा अत्यंत रुचि पूर्ण एवं सराहनीय रूप से किया गया। प्रबंध निदेशक मोहब्बत सिंह राठौड़ और विश्वविद्यालय कुलसचिव डॉ एन एन सिंह ने सभी प्रतिभागियों को प्रेरित करते हुए विश्व हिंदी दिवस की बधाई प्रदान की।


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