देश की सतरंगी लोक संस्कृति एक मंच पर हुई साकार

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Published on : 26 Dec, 24 06:12

-लोक नृत्यों के अनूठे संगम ने जीवंत की लोक संस्कृति

देश की सतरंगी लोक संस्कृति एक मंच पर हुई साकार

उदयपुर। पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र द्वारा हवाला-शिल्पग्राम में आयोजित  मुक्ताकाशी मंच पर बुधवार को पांचवें  दिन ओडिशा में भगवान जगन्नाथ को रिझाने के लिए किए जाने वाले नृत्य गोटीपुआ में नर्तकाें ने भक्ति नृत्य में एक्रोबेटिक शैली से दर्शकों को कई बार आश्चर्यचकित किया, वहीं खूब वाहवाही भी लूटी। तो, मेवाड़ी गेर ने भी भरपूर मनोरंजन किया। भूंगड़ खान एंड पार्टी ने मांगणियार गायन में जहां शानदार प्रस्तुतियां से माहौल में सूफी रंग भर दिया, वहीं राजस्थानी गीत-संगीत को अपने खास अंदाज में पेश कर खूब दाद पाई। मणिपुर का पुंग ढोल चेलम में विशेष प्रकार के ढोल के साथ सुंदर नृत्य पेश कर दर्शकों को खूब रिझाया। इसके साथ ही पश्चिम बंगाल के बीरभूम, बर्धमान और मुर्शिदाबाद जिलों के फोक डांस राय बेंस में दर्शकों को एक्रोबेटिक, मार्शल आर्ट और फोक का अनूठा संगम देख बहुत रोमांचित हुए। पश्चिम बंगाल के ही नटुआ डांस में भी फोक और एक्रोबेटिक का खूबसूरत समन्वय दिखा। इनके आलावा भारतीय पारंपरिक खेल मलखंभ के करतबों ने दर्शकों की भरपूर तालियां लूटी।
इन लोक नृत्यों के साथ ही गुजराती आदिवासी डांस राठवा की रोमांचक शैली पर दर्शक झूमने लगे। साथ ही, हिमाचल प्रदेश के सिरमौरी नाटी ने दर्शकों का मन जीत लिया। वहीं, कश्मीर के लोक नृत्य रौफ में डांसर्स के सुंदर समन्वय और ‘बुमरो बुमरो श्याम रंग बुमरो’ के गीत-संगीत पर दर्शकों ने खूब लुत्फ उठाया। इनके साथ ही उत्तर प्रदेश के ढेडिया नृत्य ने माहौल को राममय बना दिया। राजस्थान के प्रसिद्ध भवाई नृत्य में डांसर्स के रोमांचक करतब देख लोक कला प्रेमी न केवल हतप्रभ ही हुए, बल्कि हर खूबसूरत करतब पर जमकर तालियां बजाकर दाद दी। पश्चिम बंगाल के पुरुलिया छाऊ लोक नृत्य ने भी कला प्रेमियों का दिल जीत लिया। लोक नृत्यों के साथ ही लोक कला के अन्य रूपों बहरूिपया और माइम (मुकाभिनय) ने दर्शकों को खूब गुदगुदाया। इन प्रस्तुतियों के दौरान दर्शकों ने कई बार ठहाके भी लगाए। वहीं, आरंभ में नगाड़ा वादन पर सैकड़ों कला प्रेमी झूम उठे। वहीं, जुम्मे खान के भपंग वादन ने लोककला प्रेमियों का मन मोह लिया।

आज के मुख्य आकर्षण-

पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र के निदेशक फुरकान खान ने बताया कि गुरुवार को कावड़ी कड़गम (तमिलनाडु), संबलपुरी (आेडिशा), बिहू (असम) जैसे लोक नृत्य दर्शकों का मन मोहेंगे, वहीं हरियाणा की घूमर डांस भी रिझाएगा। इनके साथ ही मणिपुर के थांगता एंड स्टिक में मार्शल आर्ट  का रोमांचक प्रदर्शन होगा।


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