उदयपुर। पंजाब के राज्यपाल और चंडीगढ़ के प्रशासक गुलाब चंद कटारिया ने शिल्पग्राम महोत्सव के दौरान कहा कि यह महोत्सव ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ का प्रतीक है, वहीं यहां आने वाले आर्टिजन 'वोकल फॉर लोकल' का संदेश भी देते हैं। वे मंगलवार शाम हवाला-रानी रोड स्थित शिल्पग्राम में मुक्ताकाशी मंच पर सांस्कृतिक समारोह में भाग लेने पहुंचे और सैकड़ों लोक कला प्रेमियों को संबोधित किया।
कटारिया ने कहा कि शिल्पग्राम में आने वाले कलाकार भारतीय संस्कृति को अक्षुण्ण बनाए रखने में अहम भूमिका निभा रहे हैं। इसके अलावा, यह लोक संस्कृति को पीढ़ी दर पीढ़ी साझा करने का भी महत्वपूर्ण केंद्र बन चुका है। उन्होंने पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र के निदेशक फुरकान खान और उनकी टीम को महोत्सव के सफल आयोजन के लिए सराहना दी और उन्हें बधाई एवं शुभकामनाएं दी।
कटारिया ने उदयपुर को लेकर अपनी भावनाएं व्यक्त करते हुए कहा, “उदयपुर ने मुझे पाल-पोसकर बड़ा किया है और यहां की जनता के प्यार की बदौलत ही मैं आज महामहिम बना हूं। मैं वादा करता हूं कि मैं जहां भी रहूं, उदयपुर और मेवाड़ का गौरव नहीं गिरने दूंगा।”