उदयपुर। गायत्री परिवार की युवा इकाई डिवाइन इंडिया यूथ एसोसिएशन (दिया) राजस्थान के संयोजन में मोहनलाल सुखाडिय़ा विश्वविद्यालय और यूनिसेफ के संयुक्त तत्वावधान में सुखाडिय़ा विवि कैम्पस के स्वामी विवेकानंद सभागार में दो दिवसीय युवा महोत्सव आरोहण का शुभारंभ मंगलवार को हुआ।
डिवाइन इंडिया यूथ एसोसिएशन (दिया) राजस्थान कार्यसमिति प्रांतीय संयोजक लोकेश शर्मा ने बताया कि आरोहण का शुभारंभ प्रात: 9.30 बजे हुआ। कार्यक्रम प्रवक्ता दिया उदयपुर के चयन त्रिपाठी ने बताया कि उद्घाटन सत्र में अतिथियों द्वारा देव मंच पर दीप प्रज्वलन के पश्चात गणेश वंदना और संगीतमय योग प्रस्तुति दी गई। अतिथियों द्वारा स्मारिका का विमोचन किया गया तथा विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कार प्रदान किए गए। किरण और टीम ने आरोहण थीम गीत प्रस्तुत किया।
आकर्षण प्रतियोगिताओं में उमड़े युवा :
समारोह में विभिन्न आकर्षक प्रतियोगिताओं में सैकड़ों युवाओं ने उत्साहपूर्वक भागीदारी की। इस दौरान सभी ने भविष्य में आने वाली चुनौतियों से मुकाबले का संकल्प लिया। आदित्य देशमुख के निर्देशन में सोशल मीडिया के उपयोग विषय पर वाद विवाद प्रतियोगिता में निर्णायक चिराग और मनीषा, हेमांग जोशी के निर्देशन में निर्णायक वरुण सुराणा और हिम्मत सिंह द्वारा आईडियाथॉन प्रतियोगिता, आदित्य कुमार के निदेशन में संस्कृतिक विरासत प्रश्नोत्तरी, अंकिता जोशी के निर्देशन में पोस्टर प्रतियोगिता में प्रतिभागियों ने समग्र स्वास्थ, सोशल मीडिया, पारिवारिक और सामाजिक दबाव, मानसिक तनाव आदि विषयोॅ पर अपने मौलिक व रचनात्मक विचार और समाधान प्रस्तुत किए। इससे पूर्व राजस्थान के विभिन्न जिला स्तरीय विजेता टीमों की प्रांत स्तरीय भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा प्रतियोगिता का उद्घाटन प्रोफेसर डॉ. बालूदान बारहट, हेमंत श्रीमाली द्वारा किया गया। डॉ. राजकुमार, अमित वशिष्ट, शुभम के निर्देशन में परियोजना प्रस्ताव, महापुरुष जीवनी राउंड का निर्णायक डॉ. मुकेश मीणा ने मूल्यांकन किया। आईडियाथॉन प्रतियोगिता में शोएब ब्यावरवाला, अनुराग सिंह की मिताहार टीम विजेता रही। आध्यात्मिकता और युवा विषय पर आशु भाषण प्रतियोगिता में रामअवतार और तन्मया विजेता रहे। विरासत प्रश्नोत्तरी में कांतिलाल, पोस्टर प्रतियोगिता में परीक्षित सिंह विजेता रहे जिन्हें समापन समारोह में पुरस्कृत किया जाएगा।
आरोहण महोत्सव के संयोजक प्रणय त्रिपाठी ने बताया कि शाम को मुख्य अतिथि सांसद डॉ. मन्नालाल रावत, पेसिफिक विश्विद्यालय के अध्यक्ष बी.पी. शर्मा, वनवासी कल्याण आश्रम के भगवान सहाय, सुखाडिय़ा विश्वविद्यालय की कुलपति श्रीमती सुनीता मिश्रा, यूनिसेफ प्रतिनिधि शफकत हुसैन, देव संस्कृति विश्विद्यालय के प्रोफेसर डॉ. इप्सित प्रताप सिंह ने भारत माता पूजन के साथ किया।
सांसद डॉ. मन्नालाल रावत ने कहा कि विकसित भारत के लिए वैचारिक आरोहण आवश्यक है। युवा संकल्प से ही राष्ट्र का परम वैभव प्राप्त होगा। आरोहण के माध्यम से मेवाड़ के युवाओं को नयी दिशा और दृष्टिकोण मिलेगा और समाज के नवनिर्माण का मार्ग प्रशस्त होगा। भारत युवाओं का देश है। यहां के क्षेत्र में युवाओं की भागीदारी सुनिश्चित है। बिना युवाओं के कोई भी रीति-नीति नहीं चल सकती है। चुनौतियां तो हर क्षेत्र में है और रहेगी। इस तकनीकी युग में तो पग-पग पर चुनौतियां हैं। इसका समाधान भी युवाओं के हाथों में है। उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि वह हर क्षेत्र में अपनी क्षमता का परिचय दें और चुनौतियों से निपटने का मार्ग प्रशस्त करें। यही नहीं चुनौतियों से कैसे निपटा जा सकता है और इसके समाधान के बारे में युवाओं को जागृत भी करें।
वनवासी कल्याण आश्रम के भगवान सहाय ने कहा कि संपूर्ण विश्व भारत की युवा पीढ़ी की ओर आशा से निगाह लगाए बैठा है। यह बड़ी ही सुखद बात है कि विश्व के मुकाबले भारत में सबसे ज्यादा युवा है। इसे सीधे तौर पर कहें तो भारत युवाओं का देश है। इसलिए युवाओं को अपने भविष्य और देश के सुनहरे भविष्य के साथ समन्वय स्थापित करके भारत को विकसित राष्ट्र बनाने की कल्पना को साकार करना है।
सुविवि कुलपति सुनीता मिश्रा ने कहा कि देश को आगे बढ़ाने का जिम्मा नई पीढ़ी पर है। भारत युवाओं का देश है ओर जो देश युवाओं का होता है वह किसी भी चुनौती का सामना करने में सक्षम होता है। युवाओं में ऊर्जा होती है, उनमें जोश होता है। वह कठिन से कठिन परिस्थितियों में भी काम करने में सक्षम होते हैं। युवाओं के माध्यम से भारत इस परिवेश में जल्द ही विकसित राष्ट्र में शामिल हो सकता है। उन्होंने सभी युवाओं से स्वामी विवेकानन्द से प्रेरणा लेने की अपील की।
देव संस्कृति विश्विद्यालय के प्रोफेसर इप्सित सिंह ने युवाओं का आह्वान किया कि वह किसी भी चुनौती या कठिन से कठिन परिस्थिति से घबराएं नहीं बल्कि हमेशा स्वस्थ रहकर हंसते हंसते सब चुनौतियों को स्वीकारें और आगे बढ़ें। चुनौतियों से घबराना चुनौतियों का समाधान नहीं हो सकता है। चुनौतियों का समाधान उनका मुकाबला और कठिन परिश्रम से ही मिलता है और हमारे देश का युवा तो किसी भी विपरीत परिस्थि का सामना करने में सक्षम है। देश को हमारे सभी युवाओं पर गर्व है।
इस दौरान मेवाड़ के गौरवशाली इतिहास हल्दीघाटी युद्ध पर आधारित नृत्य नाटिका, संगीतमय योग प्रस्तुति, प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कृत किया गया। इस अवसर पर समारोह की स्मारिका का विमोचन भी किया गया। समारोह दिया राजस्थान की उदयपुर इकाई के रमेश असावा, प्रांतीय सलाहकार समिति संयोजक प्रोफेसर आईआईटी जोधपुर डॉ. विवेक विजय और सुखाडिय़ा विश्वि के प्रोफेसर बालूदान बारहठ के निर्देशन में किया जा रहा है।
महोत्सव का समापन बुधवार को, आयेंगे डॉ. चिन्मय पंड्या :
महोत्सव का समापन बुधवार को सांय 5 बजे देव संस्कृति विवि हरिद्वार के प्रति कुलपति और अखिल विश्व गायत्री परिवार के युवा प्रतिनिधि डॉ. चिन्मय पंड्या द्वारा स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा पर माल्यार्पण से होगा। विशिष्ट अतिथि प्रभारी मंत्री हेमंत मीणा, सांसद डॉ. मन्नालाल रावत, दयाल बाग शिक्षण संस्थान के वरिष्ठ निदेशक प्रोफेसर पी. के. कालरा, कुकु एफएम के संस्थापक लालचंद बिसु युवाओं का मार्गदर्शन करेंगे। टीवी शो सारेगामापा की विजेता इशिता विश्वकर्मा द्वारा प्रज्ञा गीत, नाट्यांश समूह द्वारा युवा सशक्तिकरण पर नाटिका, दिया डायरी का विमोचन, भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा के प्रांतीय विजेताओं को पुरस्कार समापन सत्र के मुख्य आकर्षण होंगे।