श्री क्षत्रिय युवक संघ के 79 वे स्थापना दिवस के अवसर पर भूपाल नोबल संस्थान, उदयपुर के प्रताप चौक में स्थापना दिवस आयोजित कार्यक्रम में माननीय संघ प्रमुख श्री लक्ष्मण सिंह जी, बेणयाकाबास ने समाजजनों को संबोधित करते हुआ कहा कि क्षत्रिय राष्ट्रहित में सर्वस्व न्यौछावर करने के लिए जाना जाता है, उन्होंने कहा कि समाज मे हो रहे क्षरण को रोकने और सनातन के संस्कारों को संजोने की प्रथम जिम्मेदारी क्षत्रियों की है, हमे पश्चिमीकरण के प्रभाव से आ रहे परिवर्तनों को समझते हुए अपने आप को संस्कारों के कंटीले मार्ग पर चलकर सनातन की रक्षार्थ तप करना होगा, क्षत्रिय सदैव समाज और राष्ट्र के लिए अपना सर्वस्व त्याग करने के लिए पहचाना जाता है और हमे यही परंपरा कायम रखते हुए महाराणा प्रताप, दुर्गादास और हाडी रानी के त्याग, निष्ठा और समर्पण जीवंत रखना होगा...
कार्यक्रम का शुभारंभ श्री क्षत्रिय युवक संघ के सम्भाग प्रमुख भँवर सिंह बेमला ने प्रार्थना के साथ किया, उसके पश्चात् श्री क्षत्रिय युवक संघ के संरक्षक श्री भगवान सिंह जी रोलसाहबसर के नववर्ष संदेश का वाचन धनश्री चौहान द्वारा किया गया,, सहगान अशोक सिंह गुडा द्वारा किया गया,, कार्यक्रम में लक्ष्मी कुँवर खारडा ने श्री क्षत्रिय युवक संघ की कार्यप्रणाली, संस्कार शिविरो से संबंधित जानकारी दी,, कार्यक्रम को महेंद्र सिंह आगरिया, दरियाव सिंह आमदला ने भी संबोधित किया... कार्यक्रम का समापन मंत्रोच्चार के साथ किया गया...
कार्यक्रम में दलपत सिंह गुडा केसर सिंह, प्रद्युम्न सिंह काकरवा, गुमान सिंह वलाई, लक्ष्मण सिंह झाडोल, निरंजन नारायण सिंह, अरविंद सिंह पावटा, भानु प्रताप सिंह झीलवाड़ा, पुष्पेन्द्र सिंह राजावत, गजराज सिंह, हिम्मत सिंह कोलीवाडा, कुलदीप सिंह साकरिया खेड़ी, प्रद्युम्न सिंह गुडा, नवल सिंह जुड़, राजेन्द्र सिंह गोगाथला, सुरेंद्र सिंह रोलासाहबसर, चंद्रवीर सिंह, मोहब्बत सिंह भैंसाणा, मान सिंह महासिंहजी खेड़ा, शूरवीर सिंह सोडावास, बलवीर सिंह पाटिया, गजेंद्र सिंह नाल का गुडा आदि उपस्थित रहे..