पारस हेल्थ के डॉ. राहुल खन्ना ने सिंगापुर में एडवांस शोल्डर आर्थ्रोस्कोपी सर्जरी कैडेवरिक वर्कशॉप में लिया हिस्सा

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Published on : 19 Dec, 24 13:12

पारस हेल्थ के डॉ. राहुल खन्ना ने सिंगापुर में एडवांस शोल्डर आर्थ्रोस्कोपी सर्जरी कैडेवरिक वर्कशॉप में लिया हिस्सा

उदयपुर: पारस हेल्थ, उदयपुर में आर्थोस्कोपी और स्पोर्ट्स मेडिसिन के सीनियर कंसल्टेंट डॉ. राहुल खन्ना ने हाल ही में सिंगापुर के आर्थोस्कोपी एकेडमी में प्रतिष्ठित एडवांस्ड शोल्डर आर्थोस्कोपी सर्जरीज कैडेवरिक वर्कशॉप में हिस्सा लिया। डॉ. खन्ना के पास 15 वर्षों से ज्यादा का अनुभव है। उन्होंने 13 और 14 दिसंबर 2024 को सिंगापुर में आयोजित वर्कशॉप को पूरा करने पर एडवांस्ड शोल्डर सर्जरी का सर्टिफिकेट भी प्राप्त किया। वर्कशॉप में आर्थोस्कोपी सेक्टर के कई प्रख्यात विशेषज्ञ डॉक्टर इकट्ठा हुए। इस वर्कशॉप से एडवांस्ड शोल्डर आर्थोस्कोपी में ज्ञान और एक्सपर्टीज के वैश्विक आदान-प्रदान को बढ़ावा मिला। इवेंट का थीम [“एडवांस्ड शोल्डर आर्थोस्कोपिक सर्जरी”], कॉम्प्लेक्स ज्वाइंट बीमारियों के डायग्नोसिस और इलाज़ के लिए आर्थोस्कोपिक प्रक्रियाओं में नवीनतम सर्जिकल तकनीकों और इनोवेशन्स पर प्रकाश डाला गया। अपने अनुभव के बारे में बताते हुए डॉ. राहुल खन्ना ने कहा, "इस वर्कशॉप में हिस्सा लेना एक शानदार और जानकारी भरा अनुभव था। इस वर्कशॉप ने वैश्विक विशेषज्ञों के साथ बातचीत करने, अत्याधुनिक तकनीकों को सीखने और एडवांस्ड आर्थ्रोस्कोपिक प्रक्रियाओं को करने में अपने स्किल को बढ़ाने का अवसर प्रदान किया। स्पोर्ट्स मेडिसिन के उभरते क्षेत्र के साथ तालमेल बनाए रखने और मरीजों के लिए सर्वोत्तम परिणाम सुनिश्चित करने के लिए ऐसे प्लेटफॉर्म अमूल्य और बहुत जरूरी हैं।”
डॉ. खन्ना उदयपुर में स्थित एक उच्च प्रतिष्ठित स्पोर्ट्स इंजरी स्पेशलिस्ट और जोड़ प्रत्यारोपण कंसलटेंट हैं। उनकी एक्सपर्टीज के क्षेत्रों में आर्थ्रोस्कोपिक लिगामेंट रिकंस्ट्रक्शन, घुटने के साथ-साथ कंधे का ज्वाइंट रिप्लेसमेंट और स्पोर्ट मेडिसिन शामिल हैं। सिंगापुर वर्कशॉप में उनकी भागीदारी चिकित्सा प्रगति में सबसे आगे रहने और अपने मरीजों को असाधारण देखभाल प्रदान करने की उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। आर्थोस्कोपी एक न्यूनतम इनवेसिव सर्जिकल तकनीक है। इस तकनीक का उपयोग व्यापक रूप से जोड़ों की समस्याओं के डायग्नोसिस और इलाज़ के लिए किया जाता है, विशेष रूप से खेल से संबंधित चोटों से उत्पन्न होने वाली समस्याओं के लिए इस तकनीक का इस्तेमाल किया जाता है। इसमें एक छोटे, रोशनी वाले उपकरण को जोड़ में एक छोटे से KEY HOLE के माध्यम से डाला जाता है जिसे आर्थोस्कोप कहा जाता है। यह तकनीक सर्जनों को जोड़ के अंदरूनी हिस्से को देखने और जरूरी मरम्मत या प्रक्रियाओं को सटीकता के साथ करने के काबिल बनाती है। आर्थोस्कोपी के माध्यम से इलाज की जाने वाली सामान्य बीमारियों में मल्टी लिगामेंट (जैसे, ACL/PCL), मेनिस्कस टियर, कार्टिलेज डैमेज और रेकर्रेंट ज्वाइंट इंस्टाबिलिटिज (अस्थिरता) शामिल हैं। डॉ. खन्ना के शोल्डर आर्थ्रोस्कोपी में एडवांस्ड ट्रेनिंग ने उन्हें कंधे की चोटों से जुड़े जटिल मामलों को सफल बनाने में सक्षम बनाया है, जिससे यह सुनिश्चित हो पाया है कि उनके मरीजों को विश्व स्तरीय उपचार मिले और वे तेजी से ठीक हो सकें। पारस अस्पताल, उदयपुर में उनकी टीम मरीजों के परिणामों को अनुकूलित करने के लिए आधुनिक सर्जिकल तकनीकों को व्यक्तिगत देखभाल के साथ अमल में लाती  है।  वर्कशॉप में लाइव प्रदर्शन, कैडेवरिक हैंड्स ऑन सेशन और कंधे की आर्थ्रोस्कोपी के इनोवेटिव तरीकों पर इंटरैक्टिव चर्चाएँ भी हुई थीं, जिससे प्रतिभागियों को व्यापक लर्निंग अनुभव प्राप्त हुआ।
 


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