उदयपुर, 18 दिसंबर 2024: एमपीयुएटी के संघटक मात्स्यिकी महाविद्यालय के एलुमनाई एसोसिएशन, अखिल भारतीय कृषि छात्र संघ और विद्यार्थी दल ने संयुक्त रूप से विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. अजीत कुमार कर्नाटक और कुलसचिव सुधांशु सिंह से मुलाकात की और महाविद्यालय में स्वीकृत रिक्त शैक्षणिक और गैर-शैक्षणिक पदों को त्वरित भरने की मांग को लेकर एक ज्ञापन सौंपा।
यह ज्ञापन इस बात को लेकर था कि महाविद्यालय की स्थापना के डेढ़ दशक बाद भी ICAR (भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद) द्वारा निर्धारित न्यूनतम संकाय मानदंडों के अनुसार आवश्यक पर्याप्त पदों का अभाव है। छात्रों ने कुलपति से अनुरोध किया कि विश्वविद्यालय प्रशासन तुरंत प्रभाव से महाविद्यालय के स्वीकृत पदों की विज्ञप्ति जारी करे, क्योंकि अधिकतर विभागों के पद खाली हैं, जिससे छात्रों की शिक्षा और महाविद्यालय के संचालन में बाधा उत्पन्न हो रही है।
महाविद्यालय में वर्तमान में केवल दो पूर्णकालिक प्राध्यापक रह गए हैं, और शेष अध्यापन कार्य अतिथि शिक्षकों द्वारा किया जा रहा है। एलुमनाई पदाधिकारी भावेश चौधरी ने बताया कि शिक्षकों की नियुक्ति में देरी से विद्यार्थियों के भविष्य पर संकट मंडरा रहा है। छात्रों ने यह भी बताया कि वे पहले भी विश्वविद्यालय अधिकारियों से मिल चुके हैं, लेकिन अब तक केवल आश्वासन ही मिले हैं, और रिक्त पदों को भरने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं।
छात्रों ने चेतावनी दी कि अगर अगले 15 दिनों में इस पर कोई सकारात्मक कार्यवाही नहीं की गई, तो महाविद्यालय में बड़े स्तर पर जन चेतना अभियान चलाया जाएगा और धरना प्रदर्शन किया जाएगा। छात्रों का मानना है कि महाविद्यालय को ICAR के मानकों के अनुसार चलाने के लिए न्यूनतम संकाय की आवश्यकता पूरी करना आवश्यक है, ताकि उन्हें गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल सके। फैकल्टी की कमी के कारण पीजी और पीएचडी कोर्सेज को निलंबित कर दिया गया है।
कुलपति महोदय ने सहमति व्यक्त करते हुए आगामी दीक्षांत समारोह के बाद सकारात्मक कार्यवाही करने का आश्वासन दिया। कुलसचिव ने भी छात्रों की मांगों को गंभीरता से सुना और आवश्यक कदम उठाने का वादा किया। ज्ञापन देने के दौरान एलुमनाई एसोसिएशन के सीनियर एग्जीक्यूटिव मेंबर भावेश चौधरी, अखिल भारतीय कृषि छात्र संघ के महाविद्यालय अध्यक्ष अनिल सिंह शेखावत, किशन रार आदि कई छात्र उपस्थित थे।