उदयपुर, 17 दिसम्बर। महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (एमपीयूएटी) ने अपनी 63वीं प्रबंध मंडल बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए। विश्वविद्यालय अब नव चयनित शिक्षकों और कर्मचारियों से पांच साल का बॉण्ड भरवाएगा। यदि वे विश्वविद्यालय छोड़कर अन्यत्र जाते हैं, तो शिक्षकों से 5 लाख रुपये और शैक्षणिक कर्मचारियों से 2.5 लाख रुपये वसूले जाएंगे। इसके अलावा, सभी कर्मचारियों को वर्ष में केवल दो अन्य रोजगार के लिए प्रार्थना पत्र देने की अनुमति होगी।
बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि आगामी 21 दिसम्बर को एमपीयूएटी का 18वां दीक्षांत समारोह आयोजित किया जाएगा। राज्यपाल एवं कुलाधिपति श्री हरिभाऊ बागड़े 42 विद्यार्थियों को स्वर्ण पदक और 938 स्नातक, 181 स्नातकोत्तर, और 62 पीएचडी छात्रों को दीक्षा व उपाधियां प्रदान करेंगे।
साथ ही, 10 सहायक प्राध्यापकों को सीनियर स्केल पर पदोन्नत किया जाएगा, और दो सीनियर स्केल प्राप्त व्यक्तियों को एसोसिएट प्रोफेसर बनाया जाएगा। 32 एसोसिएट प्रोफेसरों को प्रोफेसर पद पर पदोन्नत किया जाएगा। विश्वविद्यालय के वर्ष 2024-25 के अनुमानित बजट और 2023-24 के संशोधित बजट का अनुमोदन भी किया गया।
आईसीएआर के उपमहानिदेशक डॉ. आर. सी. अग्रवाल ने बैठक में कहा कि एमपीयूएटी ने शिक्षण, अनुसंधान, प्रसार और नवाचार में राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाई है और अन्य विश्वविद्यालयों के लिए एक आदर्श प्रस्तुत किया है। कुलपति डॉ. कर्नाटक की दिशा और नेतृत्व ने विश्वविद्यालय को एक नई ऊंचाई पर पहुंचाया है।