कठिन परिश्रम से भाग्य निर्माण, जनजाति कोचिंग शुरू

( 1047 बार पढ़ी गयी)
Published on : 17 Dec, 24 04:12

कठिन परिश्रम से भाग्य निर्माण, जनजाति कोचिंग शुरू

उदयपुर, 16 दिसंबर। जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग द्वारा अमृत कलश योजना के तहत राजस्थान राज्य और अधीनस्थ सेवा संयुक्त भर्ती (आरएएस) की प्रारंभिक परीक्षा के लिए माणिक्यलाल वर्मा आदिम जाति शोध एवं प्रशिक्षण संस्थान (टीआरआई) में जनजाति वर्ग के अभ्यर्थियों हेतु निःशुल्क कोचिंग का शुभारंभ सोमवार को जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग मंत्री श्री बाबूलाल खराड़ी ने किया।

इस अवसर पर श्री खराड़ी ने छात्रों को मार्गदर्शन देते हुए कहा कि अनुसूचित क्षेत्र के आदिवासी समाज का बच्चा भी कलेक्टर और एसपी बने, यह मेरी मंशा है। उन्होंने बताया कि निकट भविष्य में दिल्ली और जयपुर में टीएसपी एसटी वर्ग के बच्चों के लिए निःशुल्क आईएएस कोचिंग शुरू करने की योजना है।

उन्होंने छात्रों से कहा कि कठिन मेहनत और समर्पण से प्रशासनिक सेवाओं में सफलता हासिल की जा सकती है। उन्होंने यह भी कहा कि कठिन परिश्रम पर विश्वास रखें, क्योंकि कर्म से भाग्य का निर्माण होता है।

टी.आर.आई. के निदेशक ओ.पी. जैन ने बताया कि इस कोचिंग का उद्देश्य जनजाति वर्ग के अभ्यर्थियों को सम्यक रूप से परीक्षा की तैयारी कराना है। 18 दिसंबर 2024 से कोचिंग कक्षाएं नियमित रूप से टीआरआई परिसर में संचालित होंगी। यह कोचिंग सुरेश चंद्र लूणावत फाउंडेशन "माय मिशन" द्वारा निःशुल्क दी जाएगी।

संजय लूणावत ने कार्यक्रम में बताया कि माय मिशन के तहत कांस्टेबल भर्ती परीक्षा में 38 में से 28 बालिकाओं का चयन हुआ है। कक्षाओं के दौरान ऑनलाइन और ऑफलाइन मोड में अध्ययन और टेस्ट आयोजित होंगे।


साभार :


© CopyRight Pressnote.in | A Avid Web Solutions Venture.