राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट में वेदांता के हिन्दुस्तान जिं़क स्टॉल को सभी ने सराहा

( 1463 बार पढ़ी गयी)
Published on : 12 Dec, 24 11:12

देशी विदेशी प्रतिनिधियों सहित 3 हज़ार से अधिक ने किया अवलोकन

राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट में वेदांता के हिन्दुस्तान जिं़क स्टॉल को सभी ने सराहा

जयपुर, भारत की सबसे बड़ी और दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी जिंक उत्पादक कंपनी हिन्दुस्तान जिं़क लिमिटेड ने राजस्थान सरकार द्वारा आयोजित तीन दिवसीय राइजिंग राजस्थान ग्लोबल बिजनेस समिट 2024 में अपने स्टॉल पर हजारों लोगो को आकर्षित किया। एट द कोर आॅफ द क्लीन एनर्जी ट्रान्जिशन थीम पर आधारित स्टॉल पर जीवन की धातुओं- जिं़क, लेड और सिल्वर के सस्टेनेबल भविष्य और एडवांस टेक्नोलाॅजी का लाभ उठाने और सशक्त समुदायों को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला गया। कंपनी के स्टॉल पर भारी भीड़ उमड़ी और अपनी इमर्सिव और इंटरैक्टिव प्रौद्योगिकियों के प्रदर्शन के कारण यह सर्वश्रेष्ठ स्टॉल के रूप में उभरा। राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने हिन्दुस्तान जिं़क स्टाॅल का दौरा किया और कंपनी के संचालन के 3डी आधारित रियलिटी बेस्ड वॉकथ्रू का अनुभव किया। केंद्रीय पर्यटन और संस्कृति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, शहरी विकास और स्वशासन राज्य मंत्री झाबर सिंह खर्रा, युगांडा, डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो, वेनेजुएला जैसे विभिन्न देशों के राजदूत, राज्य के गणमान्य व्यक्ति, प्रशासनिक अधिकारी, उद्योगों के प्रतिनिधि,विद्यार्थियों, ग्राहक और व्यापार भागीदारों ने इंटरैक्टिव प्रदर्शनों के माध्यम से क्लीन एनर्जी ट्रान्जिशन के मूल का अनुभव किया। स्टैंडिंग आकर्षण इमर्सिव वर्चुअल रियलिटी (वीआर) प्रशिक्षण अनुभव था, जो हिन्दुस्तान जिं़क की खदानों में अर्थ मूविंग मशीनरी को चलाने का वास्तविक अनुभव प्रदान कर अंडरग्राउण्ड मशीनरी संचालन की आकर्षक झलक प्रस्तुत करता है। साथ ही इंटरैक्टिव जिंकी रोबोट ने स्टाॅल पर आने वालो की तस्वीरें खींचकर और यादगार स्मृति चिन्ह प्रदान की। स्टॉल पर प्रीमियम उत्पाद प्रदर्शित किए गए, जिनमें विशेष उच्च श्रेणी का जिंक, एशिया का पहला कम कार्बन वाला ग्रीन जिंक इकोजेन, डाई-कास्टिंग मिश्रधातु, लेड, सिल्वर और उदयपुर में दुनिया के सबसे पुराने जिंक खनन स्थलों में से एक का अयस्क शामिल था। विशेष रूप भीलवाड़ा में दुनिया के सबसे बड़े अंडरग्राउण्ड जिं़क माइनिंग और चित्तौड़गढ़ में दुनिया के सबसे बड़े एकमात्र जिंक-लेड स्मेल्टर के 3डी आधारित अनुभव को सराहा गया।  इसके साथ ही, वेदांता के केयर्न ऑयल एंड गैस ने अपनी उन्नत ड्रोन तकनीक और वर्चुअल रियलिटी-आधारित प्रशिक्षण का प्रदर्शन किया, जो बाड़मेर के मंगला में अपने परिचालन में सुरक्षा को बढ़ा रहा है। इसके अतिरिक्त, कंपनी ने लाइव कला और शिल्प प्रदर्शनी प्रस्तुत की, जहाँ हिंदुस्तान जिंक की सामुदायिक पहल की महिलाओं ने अपने अजरक और ब्लॉक प्रिंटिंग कौशल का प्रदर्शन किया। राजस्थान में 8,000 युवा खेल प्रतिभाओं को तराशने वाली जिं़क फुटबाॅल अकादमी के अनुभव के  लिए वीआर-आधारित फुटबॉल गेम ने स्टॉल में एक और इंटरैक्टिव आयाम जोड़ा।समिट का प्रमुख आकर्षण वेदांता के चेयरमैन अनिल  अग्रवाल द्वारा वेदांता के हिन्दुस्तान जिं़क द्वारा स्थापित किए जाने वाले दुनिया के पहले जिं़क पार्क की घोषणा थी। 
सबसे बड़े औद्योगिक पारिस्थितिकी तंत्रों में से एक जिंक पार्क राजस्थान में हिन्दुस्तान जिं़क के उन्नत जिं़क संयंत्रों के पास स्थापित किया जाएगा। रिन्यूएबल एनर्जी संचालन के साथ, यह हजारों रोजगार सृजन करने, विश्व स्तरीय इंफ्रास्ट्रक्चर प्रदान करने और लेड, जिं़क और सिल्वर और उनके बायप्रोडक्ट की आवश्यकता वाले व्यवसायों को पूरा करने में समर्थ होगा। इसके अतिरिक्त, यह पार्क आपूर्तिकर्ताओं को सेवाएं प्रदान करेगा तथा कच्चे माल, रखरखाव सेवाओं और उपकरण आपूर्तिकर्ताओं के लिए लागत प्रभावी और संसाधन कुशल वातावरण प्रदान करेगा। वेदांता के चेयरमैन अनिल अग्रवाल ने अपनी प्रमुख कंपनी हिन्दुस्तान जिं़क, केयर्न ऑयल एंड गैस और सेरेंटिका रिन्यूएबल्स के माध्यम से राजस्थान में 1 लाख करोड रूपयें के नए निवेश की घोषणा कर राज्य में अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया। 
हिन्दुस्तान जिं़क अपनी जिं़क उत्पादन क्षमता को दोगुना करने, अपने सिल्वर उत्पादन का विस्तार करने और भारत का पहला फर्टिलाइजर प्लांट शुरू करने की योजना बना रहा है, जबकि केयर्न ऑयल एंड गैस अपने तेल उत्पादन को बढ़ावा देगा और सेरेंटिका रिन्यूएबल्स 10 हजार मेगावाट रिन्यूएबल एनर्जी क्षमता विकसित करेगा। कंपनी को एसएंडपी ग्लोबल कॉरपोरेट सस्टेनेबिलिटी असेसमेंट 2023 द्वारा धातु और खनन श्रेणी में दुनिया की सबसे सस्टेनेबल कंपनी के रूप में मान्यता दी गई है, जो इसकी परिचालन उत्कृष्टता, नवाचार और अग्रणी ईएसजी प्रथाओं को दर्शाता है। हिन्दुस्तान जिं़क 2.41 गुना वाटर-पॉजिटिव कंपनी भी है और 2050 या उससे पहले नेट जीरो उत्सर्जन हासिल करने के लिए प्रतिबद्ध है।

 


साभार :


© CopyRight Pressnote.in | A Avid Web Solutions Venture.