श्रीगंगानगर, राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, जयपुर द्वारा विशेष दिवस के रूप में विकलांग व्यक्तियों के अन्तर्राष्ट्रीय दिवस की शुरूआत के रूप में मनाया गया है। जुबिन स्पास्टिक होम एण्ड चेरिटेबल ट्रस्ट सहारणवाली, श्रीगंगानगर में श्री गजेन्द्र सिंंह तेनगुरिया सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, श्रीगंगानगर (अपर जिला एवं सेशन न्यायाधीश) की अध्यक्षता में मंगलवार को दिव्यांगजनों के अधिकार एवं सशक्तिकरण से संबंधित विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर श्री तेनगुरिया ने दिव्यांग बच्चों को सम्बोधित करते हुये बताया कि आज भारत में शहरी इलाकों से ज्यादा, ग्रामीण क्षेत्रों में दिव्यांगजन का घनत्व अधिक है जिससे समाज की रूढिवादी सोच के कारण इनकी पीडा़ और बढ़ जाती है और महिलाओं की तुलना में पुरूष अधिक दिव्यांग है और जब इसे ग्रामीण परिवेश में देखा जाए तो ग्रामीण इलाकों में परिवार की आर्थिक और सामाजिक जिम्मेदारियॉं अधिक हो जाती है, जहॉं सुविधाओं का अभाव रहता है जो शहरी इलाकों में उपलब्ध होती हैं, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में जीवन और भी कठिन हो जाता है।
श्री तेनगुरिया ने बताया कि देश के ग्रामीण हिस्सों में गर्भवती माताओं और बच्चों को सही पोषण और देखभाल के साथ-साथ बेहतर और सुलभ स्वास्थ्य सुविधाओं कों विकसित करने की जरूरत है। 05 वर्ष तक की आयु के बच्चों में दिव्यांगता की पहचान करना महत्वपूर्ण है। समुचित टीकाकरण और रोग निरोधक कार्यक्रमों को सामंजस्यपूर्ण बनाने की आवश्यकता है। महिलाओं के लिये गर्भावस्था के पहले और प्रसव के बाद ध्यान रखने पर बल दिया जाना चाहिए।
बैठक में जुबिन स्पास्टिक होम एंड चेरिटेबल ट्रस्ट की सचिव श्रीमती विनिता आहुजा, श्री भूपेन्द्र कुमार स्वामी, जिला समन्वयक समावेशी शिक्षा कार्यालय, डॉ. रूबी शर्मा, प्रिंसिपल जुबिन नर्सिंग कॉलेज, श्रीमती मुनीषा सुधेरा, प्रिंसिपल जुबिन स्पास्टिक होम व श्री नरेन्द्र कुमार सहित अन्य स्टाफगण भी उपस्थित रहे। (फोटो सहित)