ग्वालियर, विक्रांत विश्वविद्यालय, ग्वालियर के कुलपति प्रो. अमेरिका सिंह ने हाल ही में एक अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय के डेलीगेट्स की बैठक में भाग लिया, जिसमें उन्होंने विक्रांत विश्वविद्यालय के अंतरराष्ट्रीय स्तर पर होने वाले विकास और एक्पोजर के विषय पर गहन चर्चा की। बैठक का उद्देश्य उच्च शिक्षा में वैश्विक सहयोग और विश्वविद्यालयों के बीच अंतरराष्ट्रीय आदान-प्रदान को बढ़ावा देना था।
इस बैठक में प्रो. अमेरिका सिंह ने विक्रांत विश्वविद्यालय की वैश्विक स्थिति को रेखांकित करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय न केवल भारतीय शिक्षा क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है, बल्कि इसका अंतरराष्ट्रीय संबंध और सहयोग भी तेजी से विकसित हो रहा है। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों को अंतरराष्ट्रीय मंच पर बेहतर अवसर प्रदान करने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं।
स्टूडेंट्स एक्सचेंज प्रोग्राम और स्किल डेवलपमेंट के तहत अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम की योजना
बैठक में कुलपति प्रो. अमेरिका सिंह ने विक्रांत विश्वविद्यालय के छात्रों के लिए एक नई पहल की घोषणा की। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय में छात्र-छात्राओं के लिए "स्टूडेंट्स एक्सचेंज प्रोग्राम" और "स्किल डेवलपमेंट प्रोग्राम" की योजना बनाई जा रही है, जिसके तहत छात्रों को अंतरराष्ट्रीय शिक्षा और कार्य अनुभव प्राप्त करने के अवसर मिलेंगे। इसके अलावा, उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि इन कार्यक्रमों के माध्यम से छात्रों को वैश्विक स्तर पर उभरती हुई तकनीकों और उद्योग के बारे में जानकारी मिलेगी, जो उन्हें भविष्य में वैश्विक कार्यबल का हिस्सा बनने के लिए तैयार करेगा।
प्रो. अमेरिका सिंह ने विक्रांत विश्वविद्यालय में आयोजित किए जाने वाले अंतरराष्ट्रीय स्तर के जॉब फेयर पर भी विस्तार से चर्चा की। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय के छात्रों को देश और विदेश में विभिन्न उद्योगों से जुड़ने का एक बेहतरीन अवसर प्रदान किया जाएगा। यह जॉब फेयर न केवल छात्रों को रोजगार के अवसरों से जोड़ने में मदद करेगा, बल्कि उन्हें अपनी क्षमताओं और कौशल को विकसित करने का भी मौका मिलेगा।
इस जॉब फेयर में विभिन्न देशों और क्षेत्रों से आने वाली कंपनियां और संगठन भाग लेंगे, जिससे विक्रांत विश्वविद्यालय के छात्र वैश्विक कार्य बाजार में अपनी पहचान बना सकेंगे। प्रो. सिंह ने यह भी कहा कि इस तरह के आयोजनों से विद्यार्थियों के करियर में न केवल सकारात्मक बदलाव आएगा, बल्कि यह विश्वविद्यालय की अंतरराष्ट्रीय छवि को और भी मजबूती प्रदान करेगा।
विश्वविद्यालय के विकास की दिशा में कदम
प्रो. अमेरिका सिंह ने यह भी बताया कि विक्रांत विश्वविद्यालय शिक्षा, शोध, और कौशल विकास में वैश्विक मानकों को अपनाने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय निरंतर प्रयासरत है ताकि छात्र न केवल उच्चतम शिक्षा प्राप्त करें, बल्कि उन्हें वैश्विक प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार किया जा सके।
साथ ही, उन्होंने विक्रांत विश्वविद्यालय में बेहतर संसाधनों, सुविधाओं, और अंतरराष्ट्रीय स्तर के पाठ्यक्रमों की उपलब्धता पर भी जोर दिया। उनका मानना है कि एक मजबूत शैक्षिक बुनियादी ढांचे और वैश्विक दृष्टिकोण से ही विद्यार्थियों को बेहतर अवसर मिल सकते हैं।
इस बैठक के दौरान प्रो. अमेरिका सिंह ने विक्रांत विश्वविद्यालय के अंतरराष्ट्रीय संबंधों को और अधिक मजबूत करने की दिशा में कई योजनाओं का उल्लेख किया। विश्वविद्यालय में छात्रों के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर के अवसरों का विस्तार करने के साथ-साथ उन्हें उद्योग-आधारित शिक्षा और कौशल प्रदान करने की दिशा में कई सकारात्मक कदम उठाए जा रहे हैं।
विक्रांत विश्वविद्यालय का यह प्रयास न केवल भारतीय शिक्षा को वैश्विक मंच पर एक नई पहचान देगा, बल्कि इसके माध्यम से छात्रों को वैश्विक स्तर पर बेहतर अवसर और अनुभव प्राप्त होगा।