बैंकिंग के भविष्य में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का बढ़ेगा महत्व: गौरव दिघे

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Published on : 21 Nov, 24 07:11

बैंकिंग के भविष्य में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का बढ़ेगा महत्व: गौरव दिघे

संगम विश्वविद्यालय में डेवलपमेंट बैंक ऑफ सिंगापुर के क्लस्टर हेड ने डिजिटल बैंकिंग पर विद्यार्थियों को किया प्रोत्साहित

भीलवाड़ा। संगम विश्वविद्यालय के प्रबंधन संकाय में आयोजित एक महत्वपूर्ण समूह चर्चा में डेवलपमेंट बैंक ऑफ सिंगापुर (DBS) के क्लस्टर हेड श्री गौरव दिघे और अदिति मलिवाल ने बैंकिंग प्रणाली और भारत-सिंगापुर व्यापार संबंधों पर अपने विचार साझा किए।

कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर करुणेश सक्सेना ने की। उन्होंने विश्वविद्यालय के शैक्षिक माहौल की जानकारी देते हुए विद्यार्थियों को प्रोत्साहित किया। उप कुलपति प्रोफेसर मानस रंजन पाणिग्रही ने कहा कि इस प्रकार की चर्चाएं विद्यार्थियों के लिए प्रेरणादायक और लाभकारी होती हैं। कुल सचिव प्रोफेसर राजीव मेहता ने इसे विद्यार्थियों के लिए एक स्वर्णिम अवसर बताया, जबकि उप अधिष्ठाता डॉ. मुकेश शर्मा ने विभाग की उपलब्धियों और गतिविधियों की जानकारी साझा की।

मुख्य वक्ता गौरव दिघे ने डिजिटल बैंकिंग के क्षेत्र में नए अवसरों और एआई (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) की बढ़ती भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि डेवलपमेंट बैंक ऑफ सिंगापुर ने 30 वर्ष पहले भारत में अपनी सेवाएं शुरू की थीं और यह देश का पहला बैंक था जिसने डिजिटल लेनदेन की शुरुआत की।

श्री दिघे ने जोर देकर कहा कि आने वाले वर्षों में भारत के बैंकिंग क्षेत्र में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का व्यापक उपयोग होगा। उन्होंने विद्यार्थियों को सलाह दी कि वे एआई शिक्षा और प्रमाणपत्र पाठ्यक्रमों में भाग लें, ताकि वे भविष्य की चुनौतियों और अवसरों के लिए खुद को तैयार कर सकें।

कार्यक्रम में विद्यार्थियों ने बैंकिंग और वित्तीय प्रौद्योगिकी के भविष्य को लेकर उत्साहपूर्वक सवाल पूछे।


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