उदयपुर महाराणा महेंद्र सिंह जी मेवाड़ को विद्या प्रचारिणी सभा, बी एन संस्थान के वृहद परिवार ने सामूहिक रूप से अपने परम अभिभावक, मार्गदर्शक, संस्थान के तृतीय प्रधान संरक्षक एवं आजीवन अध्यक्ष को गोलोक गमन पर संस्थान के समस्त प्रबंध मंडल, कार्यकारिणी सदस्यों, भूतपूर्व छात्रगणों, स्टाफ और विद्यार्थियों ने संस्थान के प्रताप चौक में भावभीनी श्रद्धांजलि और पुष्पांजलि अर्पित की। इस आयोजित शोकसभा में संस्थान के समस्त पदाधिकारीगण और सभी विभागों के डीन, डायरेक्टर इत्यादि ने अपने-अपने उद्गार प्रकट करके सुयोग्य शिक्षानुरागी महाराणा महेंद्र सिंह जी के कृतित्व और व्यक्तित्व पर प्रकाश डालते हुए उपस्थित युवा पीढ़ी को अवगत कराया. ज्ञातव्य है कि महाराणा मेवाड ने बी एन की प्रगति में एक अभूतपूर्व योगदान दिया और उनके नेतृत्व में संस्थान ने कई अभूतपूर्व ऊंचाइयों को छुआ। प्रबंध निदेशक मोहब्बत सिंह राठौर ने अपने शोक संदेश में कहा कि श्रीजी हुजूर महाराणा महेन्द्र सिंहजी मेवाड़ इस संस्थान की प्रगति के प्रज्ञापुरूष के रूप में जाने-माने जायेंगे एवं लगभग चालीस वर्षों से इस संस्थान के आधुनिक उन्नायक थे। और सचिव डॉ महेंद्र सिंह आगरिया ने कहा कि श्री जी हुजूर मेवाड़ के अध्यक्षीय कार्यकाल में इस संस्थान ने मात्र तीन इकाईयों से विश्वविद्यालय तक की शैक्षणिक यात्रा करते हुए निर्विवाद रूप से शताब्दी वर्ष में प्रवेश किया।
इस अवसर पर विद्या प्रचारीनी सभा उपाध्यक्ष डॉ दरियाव सिंह चुंडावत, संयुक्त मंत्री राजेंद्र सिंह ताना, हनुमंत सिंह बोहेड़ा, नवल सिंह जुड़, कुलदीप सिंह ताल, महेंद्र सिंह पाखंड, महेंद्र सिंह पाटिया, कमलेश्वर सिंह सारंगदेवोत, विश्वविद्यालय के कुल सचिव डॉ निरंजन नारायण सिंह राठौड़ औरओल्ड बॉय अध्यक्ष एकलिंग सिंह ओलादर, सचिव भानु प्रताप सिंह झीलवाडा आदि गणमान्य उपस्थित थे.