स्थानीय सुभाष नगर प्रोफेसर कॉलोनी स्थित इस्कॉन केन्द्र बांसवाड़ा में अभय गौरांग दास प्रभु के सानिध्य मे कार्तिक पूर्णिमा पर शहर के विभिन्न मंदिरों में दीप दान कर देव दिवाली मनाई गई।
इस अवसर पर अभय गौरांग दास प्रभु ने देव दिवाली को लेकर कहा कि ऐसी मान्यता है कि कार्तिक पूर्णिमा के दिन देवी-देवता धरती पर आते हैं और गंगा घाट पर दिवाली मनाते हैं। इसलिए इस दिन दीप जलाने की परंपरा है। लोग इस शुभ दिन पर दीपदान करने का भी महत्व है ।
देव दिवाली पर वाराणसी में अद्भुत नजारा देखने को मिलता है। लेकिन प्रत्येक व्यक्ति गंगा के घाटों पर दीपदान नहीं कर सकता।
अतः देव दीपावली के शुभ दिन पर अपने आसपास के मंदिरों में, अपने घर में, और अपने आसपास पवित्र स्थलों पर, पीपल- तुलसी- शमी इत्यादि पवित्र वृक्षों के पास दीप प्रज्वलित करके दीपदान का पुण्य प्राप्त किया जा सकता है।
वहीं इस अवसर पर विश्व आत्मा वरुण प्रभु की अगुवाई में दामोदर अष्टक का वाचन कर कुमकुम केसर अष्ट गंध इत्र सुगन्धित द्रव्यों से तुलसी माता और भगवान योगेश्वर श्री कृष्ण का लेपन कर भजनों संकीर्तन भजन किया गया।
इस अवसर पर चन्द्र कांता नीरज पाठक,शाबुनी,दीपिका, विभा, अर्चना,पल्लवी, कृपाली भट्ट ,हिमानी पाठक, रचना व्यास
कुंज बिहारी,मानव, निमेष रौनक मानस अजय सहित कई साधक साधिकाओं श्रद्धालुओं ने दीप दान कर कीर्तन में भाग लिया।