कोटा । रेलवे स्टेशन के संजय नगर स्थित मुक्तिधाम एक समय में जंगल की तरह बना हुआ था जगह-जगह टूट फूट, झाड़ियां के अंबार, जगह-जगह गंदगी के ढेर, हाल यह था कि आने में भी डर लगता था, गंदगी भर और डरावने शमशान घाट की स्टेशन। आवासी रघुनंदन विजय एवं देव शर्मा की की जोड़ी ने सूरत बदल दी, अब तो दीपावली पर भी लाइट की रोशनियों से जगमगाने लगा है।
रेलवे स्टेशन के संजय नगर स्थित आदर्श मुक्तिधाम एक ऐसा मुक्ति धाम है जहां पर दीपोत्सव के शुभ अवसर पर न केवल दीपक जलाए जाते हैं बल्कि विद्युत रोशनियों से जगमगाता रहता है एक समय वह था जा किस्से अंत्येष्टि में जाने वाले लोगों को बैठने के लिए जगह ढूंढनी पड़ती थी वहीं आज यह मुक्तिधाम व्यवस्थाओं के मामले में कोटा ही नहीं हाड़ौती में अपना प्रमुख स्थान बनाया है इस मुक्तिधाम की देखरेख आदर्श सेवा समिति ट्रस्ट कर रही है जिसमें ट्रस्ट के प्रमुख ट्रस्टी रघुनंदन विजय एवं देव शर्मा के अलावा सभी सदस्यो का बहुत बड़ा योगदान है कोरोना काल में उक्त मुक्तिधाम के ट्रस्टियों का बहुत बड़ा योगदान रहा है। मुक्ति धाम की सार्थक योगदान को देखते हुए राज्य सरकार ने विद्युत संचालित शवदाह ग्रह का निर्माण किया गया और समाज सेवा के इस उत्कृष्ट कार्य को देखकर राज्य सरकार ने ट्रस्टियों को सम्मानित किया गया है
उक्त मुक्तिधाम में शिव जी की ऐसी प्रतिमा लगाई गई है जिसकी जटाओं से गंगाजल निकलता है जिसके सामने अर्थी को रखकर अंतिम स्नान की व्यवस्था की गई है जो कि हाड़ौती ही नहीं राजस्थान में प्रथम है मुक्तिधाम में एक बगीचा भी विकसित किया गया है जिसमें फलों के वृक्ष लगे हैं जो कि अब फल देने लगे थे
इसके साथ ही मुक्तिधाम परिसर में एक गौशाला भी बनाई गई है जिसमें गौमाताओं के अलावा नंदी भी रह रहे है जिसमें एक नंदी तो ऐसा है जो कि दृष्टिहीन है जिसकी सेवा समिति द्वारा की जाती है