उदयपुर: विश्व स्ट्रोक दिवस के अवसर पर पारस हेल्थ उदयपुर ने आज स्ट्रोक की रोकथाम और स्वस्थ लाइफस्टाइल के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए वॉकथॉन का सफलतापूर्वक आयोजन किया। मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल ने महाराणा प्रताप वरिष्ठ नागरिक संस्थान और कुमावत वरिष्ठ नागरिक ट्रस्ट के सहयोग से इस कार्यक्रम की मेजबानी की। 280 से ज्यादा प्रतिभागियों ने इस कार्यक्रम में हिस्सा लिया। कार्यक्रम में स्ट्रोक जागरूकता और स्वास्थ्य के प्रति जागरूक जीवन जीने के लिए जानकारी साझा की। इस कार्यक्रम ने स्ट्रोक के जोखिम फैक्टर्स, रोकथाम के उपायों और समय पर इलाज़ के महत्व पर उपस्थित लोगों को शिक्षित करने के लिए एक प्रभावशाली मंच के रूप में काम किया। वॉकथॉन की शुरुआत कार्यक्रम के मुख्य अतिथियों महाराणा प्रताप वरिष्ठ नागरिक संघ के अध्यक्ष भंवर सेठ और कुमावत वरिष्ठ नागरिक ट्रस्ट के अध्यक्ष हरिशंकर कुमावत द्वारा प्रेरणादायक उद्घाटन के साथ हुई। उन्होंने एक स्वस्थ समाज बनाने में सामुदायिक भागीदारी के महत्व पर जोर दिया, खासकर बुजुर्गों के लिए क्योंकि ऐसे लोग स्ट्रोक और इसकी कॉम्प्लिकेशन के प्रति ज्यादा संवेदनशील होते हैं।
पारस हेल्थ का प्रतिनिधित्व करते हुए पारस हेल्थ उदयपुर के फैसिलिटी डॉयरेक्टर डॉ. एबेल जॉर्ज ने मेहमानों और प्रतिभागियों के योगदान को सराहते हुए कहा, "पारस हेल्थ प्रीवेंटिव हेल्थ अवेयरनेस (निवारक स्वास्थ्य जागरूकता) और सहायता के माध्यम से स्वस्थ समाज के निर्माण के लिए काम करता है। विश्व स्ट्रोक दिवस के अवसर पर हमारा उद्देश्य यह है कि लोगों को स्ट्रोक को रोकने और मैनेज करने के लिए जरूरी जानकारी और संसाधनों से सशक्त बनाया जाए। इस तरह के आयोजन हमारे द्वारा समाज को दयालु, सुलभ और सस्ती स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने का समर्पण झलकता है।” इस कार्यक्रम को पारस हेल्थ की एक्सपर्ट मेडिकल टीम ने समर्थन दिया। टीम में सीनियर न्यूरोलॉजिस्ट और न्यूरोसर्जन शामिल थे। इनमें न्यूरोलॉजी के सीनियर कंसल्टेंट डॉ. तरुण माथुर और डॉ. मनीष कुलश्रेष्ठ; न्यूरोसर्जरी के डॉयरेक्टर डॉ. उदय भौमिक; न्यूरोसर्जरी के सीनियर कंसल्टेंट डॉ. अजीत सिंह और डॉ. अमितेंदु शेखर; ऑर्थोपेडिक और रोबोटिक घुटने की सर्जरी के सीनियर कंसल्टेंट डॉ. आशीष सिंघल शामिल थे। इन एक्सपर्ट्स ने स्ट्रोक के बारे में जागरूकता, स्ट्रोक के लक्षणों की जल्दी पहचान और इलाज़ के बारे में मूल्यवान जानकारी साझा की। उनके बीच हुई चर्चाओं ने प्रतिभागियों को लाइफस्टाइल में बदलाव, चेतावनी के संकेतों और "गोल्डन ऑवर" के अंदर त्वरित चिकित्सा हस्तक्षेप से स्ट्रोक के परिणामों में उल्लेखनीय सुधार लाने के बारे में व्यावहारिक जानकारी प्रदान की गई। टीम ने इस पर भी जोर दिया कि कैसे हाई ब्लडप्रेशर, धूम्रपान, अस्वस्थ डाइट और गतिहीन लाइफस्टाइल स्ट्रोक को बढ़ाने में ज्यादा योगदान देते हैं। विश्व स्ट्रोक दिवस स्ट्रोक को एक मेडिकल इमरजेंसी के रूप में पहचानने की तत्काल आवश्यकता पर जोर देता है, और पारस हेल्थ के वॉकथॉन ने उदयपुर में तमाम दर्शकों के बीच इस संदेश को फैलाया। जागरूकता और निवारक उपायों को बढ़ावा देकर इस कार्यक्रम का उद्देश्य व्यक्तियों को स्ट्रोक के खतरे को कम करने के लिए शिक्षित करना था। इस कार्यक्रम में सभी उम्र के लोग एक उद्देश्य के लिए एकजुट हुए, मस्तिष्क के स्वास्थ्य और सक्रिय स्वास्थ्य सेवा के महत्व को दर्शाने करने के लिए एक साथ आए।