मुंबई, मुंबई में एक विशेष समारोह में उन कर्मवीरों का सम्मान किया गया जिन्होंने समाज और धर्म के उत्थान में अपनी निस्वार्थ सेवा से अमूल्य योगदान दिया। यह आयोजन *सभी सामाजिक और धार्मिक कार्यों में अपनी सहभागिता निस्वार्थ रूप से देने वाले कर्मवीरों का सम्मान समारोह* के रूप में संपन्न हुआ।
कार्यक्रम का आयोजन *भारत गौरव श्रद्धेय श्री देवेन्द्र ब्रह्मचारी जी* के प्रेरणा और मार्गदर्शन में हुआ। देवेंद्र ब्रह्मचारी जी ने स्कूल के बच्चों एवं कर्मवीरों को संबोधित करते हुए कहा, "आपके जीवन में चुनौतियाँ आएंगी, लेकिन उनसे घबराना नहीं है। उन्हें स्वीकार करें और उन पर विजय प्राप्त करें। अपने आप पर विश्वास रखें और अपने सपनों को पूरा करने के लिए निरंतर प्रयास करें। आप सभी भविष्य के नेता, वैज्ञानिक, कलाकार, और उद्यमी हैं। अपने देश और समाज के लिए कुछ बड़ा करने की सोचें और उसे पूरा करने के लिए काम करें।"
*मुनिश्री 108 प्रणुतसागर जी महाराज* ने अपने प्रवचन में जीवन में सफलता प्राप्त करने के लिए आवश्यक मार्गदर्शन प्रदान किया। उन्होंने बताया कि जीवन में आगे बढ़ने के लिए किन बातों का पालन करना चाहिए और किनसे बचना चाहिए। साथ ही, उन्होंने समाज में एक अनुकरणीय और सफल व्यक्तित्व बनने के लिए भी महत्वपूर्ण सुझाव दिए।
मुख्य अतिथि के रूप में *महाराष्ट्र राज्य मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष न्यायमूर्ति के.के. तातेड़ जी* ने अपनी गरिमामयी उपस्थिति से समारोह की शोभा बढ़ाई और समाज में मानवाधिकारों की रक्षा के साथ सेवा भावना के महत्व पर बल दिया।
*डॉ. कल्बे रुशैद रिज़वी जी* ने अपने पावन विचार साझा करते हुए बच्चों को प्रेरित किया और कहा कि "इंसान को आदमी नहीं, बल्कि मानव बनकर जीना चाहिए।" उनके विचारों ने श्रोताओं के मन में करुणा और सहनशीलता की भावना को सुदृढ़ किया।
समारोह में विशेष अतिथि के रूप में शास्त्रीय गायिका *पद्मश्री श्रीमती सोमा घोष जी* की उपस्थिति ने समारोह को संगीतमय बना दिया। अपनी मधुर आवाज़ में उन्होंने ऐसी प्रस्तुति दी जिसने सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। भारतीय फिल्म अभिनेता *श्री ज्ञान प्रकाश जी* ने समारोह में शिरकत की और बच्चों के लिए एक एक्टिंग वर्कशॉप का आयोजन किया। इस दौरान उन्होंने अपने अनुभवों के माध्यम से बच्चों को प्रेरित किया और उन्हें अभिनय की कला में रुचि लेने के लिए प्रोत्साहित किया।
सम्माननीय अतिथियों में *श्री महेन्द्र तुरखिया जी (सीए)*, *श्री विकास सेठी जी*, *श्री गणपत कोठारी जी*, *श्री कमलेश जी जैन (सीए)*, *डॉ. राहुल साहो*, और *श्री उत्तम बाफना जी* शामिल थे। इन सभी ने इस आयोजन में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और समाज सेवा को बढ़ावा देने का संकल्प लिया।
समारोह में *श्री दुर्गा प्रसाद यादव (जीवा)*, *श्री शैलेश के. दामोदरिया (किशन)*, *श्री अभिषेक मिश्रा*, *डॉ. अरुणोदय एस. राय*, *श्री अभिषेक पाल*, *श्री लक्ष्मी यादव*, *श्री रोशन उपाध्याय*, *श्री मयूर धुलेरा*, *श्री देवेन्द्र महाराज*, *श्री नवीन कुमार पांडे*, *डॉ. यशोदा सोलंकी*, *श्री राजेश उपाध्याय*, *श्री अशफाक हुसैन मंसूरी*, एवं *सैन्य विद्यालय के विद्यार्थियों* को समाज के विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े प्रतिष्ठित अतिथियों की उपस्थिति में सम्मान/प्रोत्साहन सर्टिफिकेट प्रदान किए गए।
इस कार्यक्रम ने समाज के विभिन्न कर्मवीरों को एक साथ लाने और उनके बीच परस्पर स्नेह और सहृदयता का भाव बढ़ाने में मदद की। इसका उद्देश्य समाज में सेवा और सहयोग की भावना को सुदृढ़ करना था। इस प्रकार की पहल व्यक्तियों को एक-दूसरे के प्रति जिम्मेदार और सहयोगी बनाती है, जिससे समाज में शांति और सौहार्द बना रहता है। समाज में सेवा और सहयोग की भावना को बढ़ावा देने से समाज की उन्नति और विकास होता है। कार्यक्रम का संचालन *डॉ. यशोदा सोलंकी जी* द्वारा प्रभावशाली रूप से किया गया।