महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के अखिल भारतीय समन्वित कृषिरत महिला अनुसंधान परियोजना के अंतर्गत कस्टम हायरिंग सेंटर गांव तुरगढ़, झाडोल फलासिया की महिलाओं के लिए एकदिवसीय प्रशिक्षण का आयोजन किया गया | प्रशिक्षण में परियोजना प्रभारी डॉ. विशाखा बंसल द्वारा मोटे अनाज के महत्व एवं लाभ के बारे में बताया कि मोटे अनाज में कई गुण पाए जाते है इनको आहार में शामिल करना चाहिए | गेहूं और चावल की तुलना में इसमें साढे तीन गुना अधिक पोषक तत्व पाए जाते हैं| मोटे अनाज हमारे शरीर में खनिज लवण को पूरा करते हैं और गर्भवती महिलाओं के लिए, शिशुओं के लिए बेहद फायदेमंद है| साथ ही महिलायों को कस्टम हायरिंग सेंटर पर रखें श्रम साध्य उपकरण के उपयोग की कार्यप्रणाली समझाई गई| प्रशिक्षण में डॉ कुसुम शर्मा एवं डॉ वंदना जोशी ने मोटे अनाज के मूल्य संवर्धित उत्पाद बनाना सिखाया | गांव के प्रमुख कार्यकर्ता हीरालाल एवं नानालाल पटेल का सहयोग रहा| प्रशिक्षण में कुल 50 महिला एवं पुरुष उपस्थित रहे|