गंदगी के कारण डेंगू जैसी जानलेवा बीमारियाँ और अन्य महामारियाँ फैलती हैं, स्वच्छ भारत मिशन के बजट का नहीं हो रहा सदुपयोग : केके गुप्ता

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Published on : 19 Oct, 24 05:10

गोपेन्द्र नाथ भट्ट 

गंदगी के कारण डेंगू जैसी जानलेवा बीमारियाँ और अन्य महामारियाँ फैलती हैं, स्वच्छ भारत मिशन के बजट का नहीं हो रहा सदुपयोग : केके गुप्ता

नई दिल्ली। भारत सरकार के स्वच्छ भारत मिशन एनएसएससी (ग्रामीण ) के गैर सरकारी सदस्य और राजस्थान सरकार के स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के प्रदेश समन्वयक के के गुप्ता ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा आज से 10 वर्ष पूर्व आरम्भ किए गये स्वच्छ भारत मिशन अभियान से देश की तस्वीर बदली हैं और दक्षिणी राजस्थान के आदिवासी अंचल के डूँगरपुर जैसे छोटे से नगर ने भी स्वच्छता के क्षेत्र में असाधारण काम कर देश और विदेश में ज़बर्दस्त ख्याति प्राप्त की हैं।

गुप्ता ने एक विशेष इंटरव्यू में बताया कि देश में स्वच्छ भारत मिशन के दस वर्ष पूर्ण होने पर राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली में गाँधी जयन्ती पर आयोजित स्वच्छता कार्यक्रम में भाग लेते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा  डूँगरपुर के एक आदिवासी परिवार द्वारा अपनी बकरियाँ बैच कर घर में टॉयलेट बनाने का उदाहरण देना डूँगरपुर के लिए गर्व की बात हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत में चलाया जा रहा स्वच्छता कार्यक्रम विश्व का सबसे बड़ा जन आन्दोलन है जिसके अंतर्गत पिछलें दस वर्षों में 12 करोड़  से अधिक टॉयलेट बने  हैं। यह मिशन राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी के स्वच्छ भारत के स्वप्न को साकार  करने के लिए करोड़ों लोगों को एक साथ लाया है । प्रधानमंत्री ने  स्वच्छ भारत की भावना को और अधिक मज़बूती देने के लिए देश के हर नागरिक को इस मुहिम से जुड़ने की अपील की हैं ।स्वच्छता का अभियान जितना अधिक सफल होगा उतना ही हमारा देश न केवल दुनिया में सबसे अधिक चमकेगा वरन् सुख और समृद्धि की ओर भी अग्रसर होगा। 

गुप्ता ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ   राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा का भी यह विजन है कि स्वच्छता अभियान का लाभ हर गांव ढाणी क्षेत्र में बसे अंतिम छोर तक बैठे व्यक्ति तक पहुंचना चाहिए। स्वच्छता का महत्व कितना बड़ा है यह वह व्यक्ति ही समझ सकता है जो पहले गंदगी से भरे दूषित वातावरण में रहता था लेकिन अब स्वच्छ भारत मिशन के कारण उसे न केवल अपने आसपास के क्षेत्र में साफ सफाई और सुंदरता देखने मिल रही है वरन् गंभीर बीमारियों  से भी छुटकारा मिल रहा हैं।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की भावना के अनुरूप स्वच्छ भारत मिशन को और मजबूती प्रदान करने का आह्वान करते हुए उन्होंने लोगों से अपील की कि वे न केवल स्वयं स्वच्छता को अपनाये बल्कि अपने आसपास रहने वाले हर व्यक्ति को ऐसा करने के लिए प्रेरित करें।

उन्होंने बताया कि गंदगी के कारण मलेरिया  और डेंगू जैसी जान लेवा बीमारियाँ और अन्य महामारियाँ भी फैलती हैं।

गुप्ता ने बताया कि वर्षा ऋतु के बाद में अचानक से लोगों के बीमार पड़ने की संख्या में वृद्धि हो गई है और पूरे राज्य भर के चिकित्सालय रोगियों से भरे हुए हैं। चिकित्सकों द्वारा जांच में यह पाया जा रहा है कि डेंगू और मलेरिया बीमारी की जकड़ में लाखों लोग आ चुके हैं। ऐसी जानलेवा महामारी बीमारियां फैलने का एक प्रमुख कारण गंदगी है और इसलिए हर किसी को  स्वच्छता को लेकर गंभीरता से विचार करना होगा। 

गुप्ता ने बताया कि स्वच्छ भारत मिशन के तहत प्रति वर्ष राजस्थान की प्रत्येक ग्राम पंचायत को 12 लाख रुपए की राशि आवंटित की जाती है। सरकारी आंकड़ों में यह भी बताया गया है कि प्रदेश के 42 हजार 469 गाँवों  में से 20 हजार 400 गाँवों को आदर्श गांव घोषित किया गया है परंतु वास्तविकता मैं आदर्श गांव में  स्वच्छता को धरातल पर उतरने की आज भी आवश्यकता है। प्रतिवर्ष पर्याप्त बजट आवंटन के पश्चात भी गांव और शहरों मे सार्वजनिक शौचालय की स्थिति बहुत दयनीय है इसके साथ ही चारों ओर गंदगी कूड़ा कचरा और प्लास्टिक का अंबार लगा हुआ है। उदयपुर जैसे विश्व प्रसिद्ध पर्यटन स्थल के आसपास गाँवों की तस्वीर की हकीकत मीडिया में आ रही रिपोर्ट्स स्वयं दे रही हैं। दुःख के साथ यह कहना पड़ रहा है कि स्वच्छ भारत मिशन के बजट का अभी भी सदुपयोग नहीं हो रहा हैं।इन परिस्थितियों  से निबटने के लिए  संबंधित अधिकारियों और कर्मचारियों को गंभीरता के साथ अपना दायित्व समझना होगा।

गुप्ता ने कहा कि उन्होंने इस पृष्ठभूमि में ही केन्द्र और राज्य सरकार से स्वच्छता को नहीं अपनाने वालों के खिलाफ कानून बना कर अर्थ दण्ड देने का प्रावधान किए जाने एवं स्वच्छता आन्दोलन को और अधिक प्रभावशाली बनाने के लिए स्वच्छता सेस लागू करने का सुझाव दिया हैं।


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