क्षेत्रीय रेल प्रशिक्षण संस्थान, उदयपुर में कार्य स्थल पर तनाव एवं प्रबंधन विषय पर सेमीनार आयोजित किया गया। जिससे लगभग 900 से अधिक प्रशिक्षार्थी एवं संस्थान के अधिकारी एवं कर्मचारी लाभान्वित हुए। सेमिनार में मुख्य वक्ता डॉ जितेंद्र जीनगर, प्रोफेसर एवं विभागध्यक्ष, मनोचिकित्सा विभाग, गीतांजलि मेडिकल कॉलेज थे।
संस्थान के प्राचार्य श्री जय प्रकाश जी ने बताया की संस्थान में कार्य स्थल पर तनाव एवं प्रबंधन विषय पर डॉ जितेंद्र जीनगर द्वारा विस्तृत चर्चा की गयी। डॉ जीनगर के अनुसार कार्य स्थल पर लगभग 50 प्रतिशत स्टाफ को तनाव, 15 प्रतिशत तक स्टाफ को मनोरोग की समस्या होती है जिससे विश्वभर में लाखों करोड़ का सालाना नुक़सान उठाना पड़ता है। जिसके मुख्य कारण कार्य कुशलता की कमी, समय प्रबंधन का अभाव, अव्यवस्थित जीवनशैली, स्टाफ की कमी, सीनियर्स के साथ कम्युनिकेशन की कमी, पारस्परिक सहयोग की कमी आदि हैं। इससे कार्य क्षमता में कमी, एकाग्रता में कमी, भूख प्यास में बदलाव, नींद की समस्या, मूड स्विंग होना, काम करने की इच्छा कम होना, थकावट रहना, डर-भय लगना, आत्मविश्वास में कमी, व्यवहार में चिडचिडापन होना, शारीरिक लक्षण आना जैसे (सिरदर्द, एसिडिटि, पेट दर्द, घबराहट, सीने में दर्द) व्यक्ति का नशे की तरफ़ भागना ईत्यादि बदलाव आने लग जाते है।
तनाव प्रबंधन के लिए नियमित व्यायाम करे, योग-प्राणायाम करे, मेंडिटेशन प्रैक्टिस करे, अपनी हॉबी में समय बिताये, पर्याप्त मात्रा में नींद लेवे, पोस्टिक आहार लेवे, अपने कार्य और व्यक्तिगत जीवन में बैलेंस बनाए रखे, कार्य स्थल पर छोटे छोटे ब्रेक लेते रहे, अपने दोस्तों और परिवार जनों से बातचित करे, छुट्टियों पर जाये।
क्षेत्रीय रेल प्रशिक्षण संस्थान, उदयपुर में प्रशिक्षण के दौरान नियमित रूप से योग-पीटी, खेलकूद, सांस्कृतिक कर्यक्रमों का आयोजन इत्यादि प्रशिक्षण का एक अभिन्न अंग मानते हुए किया जाता है। साथ ही समय - समय पर इस प्रकार के सेमिनारों का आयोजन भी संस्थान प्रशासन द्वारा करवाया जाता है। जिससे यहाँ प्रशिक्षित कर्मचारियों को इस प्रकार की समस्याओं का सामना नहीं करना पड़े।