दी थार हेरिटेज म्यूजियम में अवलोकन एवं परिचर्चा का आयोजन

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Published on : 28 Sep, 24 06:09

दी थार हेरिटेज म्यूजियम में अवलोकन एवं परिचर्चा का आयोजन

जैसलमेर विश्व पर्यटन दिवस के अवसर पर ग्रामीण हाट स्थिति दी थार हेरिटेज म्यूजियम में अवलोकन एवं परिचर्चा का आयोजन हुआ 
इस अवसर पर पर्यटन विध जितेंद्र सिंह राठौड़ ने कहा कि  जैसलमेर की स्थापत्य कला का सौंदर्य अनुपम है। आज विश्व इसे देखने आ रहा है ,आवश्यकता है यहां के इतिहास एवं संस्कृति को आने वाली पीढ़ियों तक सुरक्षित एवं अक्षुण्ण रखने की। राठौड़ ने कहा कि पर्यटन को महफूज रखने के लिए सुरक्षा एवं समन्वय की आवश्यकता है । उन्होंने पर्यटन विकास के लिए सड़क रेल एवं  वायु सेवाओं का सुदृढ़ करने पर जोर दिया।

इस अवसर पर वरिष्ठ साहित्यकार डॉ ओमप्रकाश भाटिया ने जैसलमेर के इतिहास लोक संस्कृति पर व्याख्यान पेश किया तथा जैसलमेर की लोक कला एवं सौंदर्य को पर्यटन का आधार बताया। राजस्थान यूथ हॉस्टल एसोसिएशन के स्टेट चेयरमैन रतन सिंह भाटी ने जैसलमेर में एडवेंचर सफारी ग्रामीण क्षेत्र में व्यवस्थित करने का सुझाव दिया ।समाजसेवी ओमप्रकाश बिस्सा ने कहा कि जैसलमेर का इतिहास एवं स्थापत्य कला पर्यटकों की पहली पसंद है । बिस्सा ने कहा कि पर्यटन भाईचारा एवं मानवता सिखाता है। वरिष्ठ पत्रकार सुरेश कुमार हर्ष ने हवेलियों व किलो के संरक्षण पर ध्यान देने की बात कही। सेवानिवृत्त स्कूल प्रधानाध्यापक नाथूराम गर्ग ने पर्यटन से हमें संस्कृति को सीखने की सीख मिलती है । यूथ हॉस्टल एसोसिएशन के स्टेट सेक्रेटरी घनश्याम खत्री ने जैसलमेर को स्वच्छ एवं सुंदर रखने का सुझाव पेश किया ।पूर्व मिस्टर डेजर्ट जितेंद्र खत्री ने जैसलमेर के बाग बगीचों को साफ सुथरा रखने पर ध्यान आकर्षित कराया। जैसलमेर हैंडीक्राफ्ट संगठन के सचिव लक्ष्मी नारायण श्रीमाली ने जैसलमेर के हस्तशिल्प को बेजोड़ बताया  तथा कहा कि पर्यटन में रोजगार का बहुत महत्व है । संग्रहालय के संस्थापक लक्ष्मी नारायण खत्री ने प्रदर्शित विरासत , कला एवं संरक्षण के महत्व पर व्याख्यान पेश किया ।खत्री ने संग्रहालय में प्रदर्शित लोक वस्तुओं एवं ऐतिहासिक सामग्री के बारे में विस्तृत जानकारी पेश की । प्रारंभ में सभी अतिथियों ने सरस्वती के चित्र पर पुष्प मालाए अर्पित की ।

इस अवसर पर जीवाराम ,हर्षिता, दुष्यंत ,राणाराम, शंकर खत्री, जुगल भाटिया ,प्रेम जीनगर ,गणपत सुथार, रमेश महेश्वरी ,रतन भार्गव ,जीवन खत्री व देसी विदेशी पर्यटक भी उपस्थित थे।
अंत में संग्रहालय के ट्रस्टी जुगल किशोर भाटिया ने सभी आगंतुकों के प्रति आभार प्रकट किया।
 


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