राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का नाम भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के लिए प्रमुखता से उभर रहा है। दिल्ली के राजनीतिक गलियारों में चल रही चर्चाओं के अनुसार, राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (RSS) की पहली पसंद वसुंधरा राजे हैं। इस खबर से राजस्थान और देशभर की राजनीति में हलचल तेज हो गई है, और वसुंधरा राजे समर्थकों के बीच खुशी की लहर दौड़ पड़ी है। सोशल मीडिया पर उन्हें पहले से ही अग्रिम बधाइयाँ मिलने लगी हैं।
हालांकि, पार्टी के भीतर कुछ अन्य नाम भी विचाराधीन हैं, जिनमें संजय जोशी और केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान का नाम शामिल है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह की ओर से शिवराज सिंह चौहान का समर्थन किया जा रहा है, लेकिन RSS वसुंधरा राजे को इस पद के लिए सबसे उपयुक्त मान रहा है। भाजपा की ओर से अभी इस बारे में अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है, इसलिए कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी।
वसुंधरा राजे की पारिवारिक पृष्ठभूमि भी उनके समर्थन में एक प्रमुख कारण मानी जा रही है। वह ग्वालियर की राजमाता विजया राजे सिंधिया की बेटी हैं, जिन्होंने जनसंघ और भाजपा को मजबूत करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। इसके अलावा, पिछले वर्षों में पार्टी के भीतर कई चुनौतियों के बावजूद वसुंधरा राजे ने अनुशासन और धैर्य बनाए रखा, जिससे RSS उनके प्रति और अधिक प्रभावित हुआ है। वसुंधरा राजे वर्तमान में भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं, और इस पद से राष्ट्रीय अध्यक्ष बनना उनके लिए एक स्वाभाविक प्रमोशन होगा।
वसुंधरा राजे राजस्थान की दो बार मुख्यमंत्री रह चुकी हैं—2003 से 2008 तक और 2013 से 2018 तक। उन्होंने केंद्र में अटल बिहारी वाजपेयी की कैबिनेट में भी मंत्री पद संभाला था। वह झालरापाटन विधानसभा सीट से लगातार विधायक चुनी जाती रही हैं और 2023 में भी उन्होंने चुनाव जीता है। इसके अलावा, वह 5 बार लोकसभा सांसद भी रह चुकी हैं।
अगर वसुंधरा राजे भाजपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष बनती हैं, तो यह न केवल उनके लिए बल्कि राजस्थान की राजनीति के लिए भी एक बड़ी घटना होगी। हाडौती क्षेत्र से भाजपा के केंद्रीय संगठन में एक और बड़ा नाम जुड़ने की संभावना है। आने वाले दिनों में भाजपा की राजनीति किस दिशा में जाएगी, इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।