बाल श्रम व बाल विवाह रोकथाम

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Published on : 26 Sep, 24 14:09

बाल श्रम व बाल विवाह रोकथाम

       जैसलमेर  । ज़िले में बाल श्रम व बाल विवाह रोकथाम, लिंग आधारित भेदभाव, बाल संरक्षण तथा बालिका शिक्षा के लिये ज़िला प्रशासन, महिला अधिकारिता विभाग और ज़िला बाल संरक्षण इकाई, श्रम विभाग व एक्शनएड-यूनिसेफ द्वारा किये जा रहे प्रयास अब रंग दिखाने लगे हैं। क्योंकि जिला कलक्टर प्रताप सिंह के निर्देशानुसार बाल श्रम व बाल विवाह रोकथाम, लैंगिग भेदभाव, बाल संरक्षण किशोरी सशक्तिकरण व बालिका शिक्षा को ओर अधिक प्रोत्साहन के लिए ज़िला स्तरीय विशिष्ट कार्ययोजना बनाने के उद्देश्य से बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ व साझा अभियान बाल विवाह रोकथाम तथा बाल श्रम रोकथाम की ज़िला स्तरीय टास्क फोर्स सदस्यों की आमुखीकरण एवं संवेदीकरण कार्यशाला का आयोजन बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ व बाल श्रम व प्रवासन रोकथाम परियोजना अंतर्गत जिला विधिक सेवा प्राधिकरण अपर जिला एवं सेशन न्यायधीश किशोर कुमार तालेपा की अध्यक्षता में ज़िला बाल संरक्षण इकाई, महिला अधिकारिता विभाग, श्रम विभाग व एक्शन एड-यूनिसेफ के संयुक्त तत्त्वाधान में होटल डेज़र्ट बॉयज़ ढाणी में सम्पन्न हुआ।

 इस दौरान सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण किशोर कुमार तालेपा ने अपने उद्ववोधन में कहा कि बाल संरक्षण व बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए वर्तमान स्थिति और आवश्यकता को देखते हुए ज़िला स्तर पर इस प्रकार की विशिष्ट कार्य योजना की बहुत आवश्यकता एवं महत्ता थी जिसमें जागरूकता, क्षमतावर्धंन वातावरण निर्माण आदि को सम्मिलित किया गया है जिसके लिए ज़िला प्रशासन, सम्बधित विभाग व एक्शनएड-यूनिसेफ बधाई के पात्र हैं।

इस मौके पर उपनिदेशक महिला अधिकारिता विभाग अशोक कुमार गोयल ने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजनंतर्गत किये गये कार्यों की जानकारी दी एवं कार्ययोजना की प्रशंसा करते हुए लैंगिग भेदभाव रोकथाम, बालिका शिक्षा व किशोरी सशक्तिकरण के लिए समयबद्ध गतिविधियां के बेहतरीन आयोजन के संबंध में अपने सुझाव साझा किये।

कार्यशाला के अवसर पर श्रम कल्याण अधिकारी मनोज कुमार ने ज़िले मे बाल श्रम की स्थिति को बताते हुए कहा कि बाल श्रम रोकथाम हेतु जागरूकता बहुत महत्वपूर्ण है। कार्ययोजना अनुसार सामाजिक चेतना जी साथ-साथ त्रैमासिक स्तर पर रेस्क्यू अभियान भी चलाये जायेंगें। अतिरिक्त ज़िला शिक्षा अधिकारी जितेंद्र सिंह ने ड्रॉपआउट और अनामाकित बच्चों को राजकीय विद्यालयों से व बालिकाओं को शिक्षा सेतु योजना के माध्यम से शिक्षा से जोड़ने व बाल विवाह रोकथाम के लिये कार्ययोजन अनुसार अभियान चलाने के लियें कहा।               

इस दौरान एक्शन एड स्टेट मैनेजर सिओंन कांगोरी ने कहा कि बाल संरक्षण व बालिका शिक्षा को बढ़ावा दिये जाने के लिए ज़िला प्रशासन व सम्बंधित विभागों को तकनीकी सहायता के साथ- साथ कार्ययोजना की गतिविधियों को समयबद्ध करवाने के लिए हर एक्शन एड द्वारा हरसम्भव सहयोग किया जायेगा।

कार्यक्रम के प्रारम्भ में एक्शनएड-यूनिसेफ जोनल कोऑर्डिनेटर ज़हीर आलम ने जैसलमेर ज़िले में बाल विवाह व बाल श्रम की स्थिति व आंकड़ों की जानकारी देते हुए बाल श्रम व बाल विवाह रोकथाम, बाल संरक्षण किशोरी सशक्तिकरण व बालिका शिक्षा हेतु ज़िला विशिष्ट कार्ययोजना के बारे में विस्तृत जानकारी दी साथ ही एक्शनएड द्वारा संबंधित विभागों के साथ अब तक की गई गतिविधियों के बारे में विस्तृत जानकारी दी।

 कार्यशाला के अंत में सहायक निदेशक ज़िला बाल संरक्षण इकाई हेमाराम जारमल ने सभी का धन्यवाद करते हुए अधिकारियों व हितधारकों के सुझावों को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा की निश्चित रूप से इन सभी सुझावों को कार्ययोजना में सम्मिलित कर अनुमोदन हेतु ज़िला कलेक्टर को प्रस्तुत किया जायेगा। कार्यशाला में बाल कल्याण समिति अध्यक्ष मुकेश कुमार व्यास, संरक्षण अधिकारी चंद्र विजय सिंह, शोभा सोनी, अशोक धोडवाल तथा जिला साक्षरता अधिकारी पी आर राठौड़ आदि ने भी अपने विचार व सुझाव रखे। इस अवसर पर चुतराम, अनिल उज्ज्वल, शिवानी गहलोत, प्रियंशा, शिल्पा, सूर्या व्यास, जीवनदान, पूनम चौहान, परवेज खान, मुलाराम, छतरसिंह, शैलेंद्र सिंह, शिवानी गहलोत, राधा गौड़, जितेंद्र शर्मा, डोली केवलिया तथा वीरेंद्र सह शेखावत आदि उपस्थित रहे।


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